शहर के चर्चित मधुगढी़ में बिना लाइसेंस के अवैध रूप से चल रही हैं मीट मछली की दुकानें,  संडे को लगती  मंडी

शहर के चर्चित मधुगढी़ में बिना लाइसेंस के अवैध रूप से चल रही हैं मीट मछली की दुकानें,  संडे को लगती  मंडी

 
- संबंधित अधिकारी अभियान और नोटिस जारी करने का देते हवाला

- शहर के आसपास नगर, गाँव मौहल्लों में मींट और छोटे-छोटे दुकानदारों, होटल, रेस्टोरेंट में भी बेची जाती नोनवेज 


हाथरस से अनिल चौधरी की रिपोर्ट:

हाथरस।  शहर सहित इसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में जगह जगह बिना लाइसेंस के अवैध रूप से खुलेआम मुर्गे बकरे व मछली के दूषित मांस का व्यापार किया जा रहा। सबसे खास बात है कि शहर में मधुगढी़ नाम चर्चित है।  यंहा से चंद दूरी पर मुख्य चिकित्साधिकारी के अस्पताल में खाध सुरक्षा अधिकारी का कार्यालय है।  लेकिन शहर की चर्चित मधुगढी़ में मानों की मांस मदरे की मंडी लगती हो।  यंहा पर विक्रेता घरों से लेकर लगातार दुकानों में मांस,  मछली,  मुर्गा,  बकरा,  बकरी आदि का मीट बेचते हैं। जबकि रविवार के दिन तो यह मानों कि जैसे कोई बड़ी मंडी लग रही है।  बिना डॉक्टरी जांच के बेचे जा रहे बकरे मुर्गे मछली मांस से जहां लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। फोर मल्टी के नाम पर अधिकारी अभियान और नोटिस का हवाला देते हैं। वहीं खुलेआम बेचे जा रहे दूषित मांस ब्यापारियों पर कार्यवाही न होने के चलते स्थानीय प्रशासन के साथ ही खाद्य सुरक्षा एवं पशुपालन समेत जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी पर प्रश्न चिन्ह लग रहे है। क्षेत्र के तमाम मांस, मछली, मुर्गे के दुकानदार नियमों को ताकपर रख कर खुले आम दूषित मांस की बिक्री कर रहे है। मधुगढी़, व रेल लाइन के पास श्रीनगर आदि के व्यापारियों द्वारा यहां आकर दूषित मछलियां बेची जा रही है। नियमानुसार मीट, मछली, मुर्गे की बिक्री के लिए सबसे पहले स्वास्थ्य महकमे की एनओसी लेनी होती साथ ही मुर्गा, मछली व बकरे का मीट बेचने वालों को दुकान के लिए निर्धारित मानक, एनओसी व पशु चिकित्सक का प्रमाण पत्र देने के बाद ही रजिस्ट्रेशन देकर लाइसेंस जारी किया जाता है। परंतु यहां सभी मानकों की अनदेखी की जा रही है। शहर के अलीगढ़ रोड़ पर जिला पंचायत कार्यालय के सामने नगला अलगर्जी रोड़ पर,  हाथरस जंक्शन पर,  लाला का नगला आदि मौहल्लों में मांस, मछली व मुर्गे का काम चल रहा है। इसके अलावा नगर पालिका क्षेत्र मेें छोटे-छोटे दुकानदारों, होटल, रेस्टोरेंट में भी नोनवेज बेची जाती है। प्रदेश सरकार की ओर से अवैध ढंग से संचालित बूचड़खानों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने के खाध सुरक्षा अधिकारीयों को निर्देश दिए गए हैं।


- इनका कहना है कि यदि अवैध तरीके से कहीं भी मांस मछली की दुकान संचालित पाई जाती है ऐसे लोगों के खिलाफ नोटिस देकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वैसे हमारे विभाग द्वारा अभियान चलाकर ऐसी दुकानों पर चेकिंग की जाती है। ऐसे में कहीं ऐसा व्यक्ति पाया गया कि जिसने अवैध तरीके से मांस मछली की दुकान चल रही है। ऎसे लोगों को बक्शा नही जायेगा। विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

- रणधीर सिंह, सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय हाथरस।