सहन को लेकर विपक्षी ने एक पक्ष को किया लहूलुहान, हल्की धाराओं में थाना प्रभारी ने मामले को किया रफा दफा।

रमेश बाजपेई 

रायबरेली। आईजी जोन लखनऊ तरुण गाबा बीते महीने पहले अपने एक दिवसीय दौरे पर रायबरेली आए हुए थे जहां उन्होंने उच्च अधिकारियों को सूचित करते हुए यह जरूर कहा कि सभी पीड़ितों की समस्याओं का निवारण थाने पर ही किया जाए और कोई भी पीड़ित पुलिस अधीक्षक कार्यालय की चौखट पर नहीं आना चाहिए लेकिन उनके इस निर्देश का जनपद रायबरेली में कोई भी असर देखने को नहीं मिल रहा है ताजा मामला रायबरेली के थाना हरचंदपुर ग्राम पहाड़पुर काशो का बताया जा रहा है जहां सहन को लेकर पुरानी रंजिस मानते हुए विपक्षी गणों ने महिला व उसके ससुर को लाठी डंडों व लोहे की रॉड से जमकर पीटा। जहां पीड़ित परिवार अपने को मार खाता देख चिल्लाने लगा।उसके चिल्लाने पर ग्राम वासी मौके पर पहुंचे तो उनकी जान बच सकी।फिलहाल ग्रामीणों ने गंभीर अवस्था में पीड़ित महिला और उसके ससुर को नजदीकी सीएससी पहुंचाया। जहां हालत गंभीर देख पीड़ित्ता के ससुर को रायबरेली के जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां उसका इलाज हुआ और इलाज के दौरान सर पर कई प्राण घातक चोटे भी पाई गई पीड़िता के द्वारा उक्त घटना के संबंध में थाना हरचंदपुर को लिखित सूचना दी गई लेकिन थाना हरचंदपुर की पुलिस ने हल्की फुल्की धारा 323 504 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया। जबकि पीड़ित महिला व उसके ससुर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गंभीर चोटों को देखते हुए आईपीसी धारा के तहत 307 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए लेकिन विपक्षीगड़ो कि राजनीतिक पहुंच के कारण हल्की-फुल्की धाराओं में हम लोग के मामले को रफा दफा कर दिया गया। फिलहाल आज पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने मामलों को संज्ञान लेते हुए उचित जांच कर कर न्याय दिलाने की बात कही है अब देखना है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या फिर नहीं।