एटा कलेक्ट्रेट बार में हुआ नवागत जनपद न्यायाधीश व एसएसपी का स्वागत

एटा कलेक्ट्रेट बार में हुआ नवागत जनपद न्यायाधीश व एसएसपी का स्वागत


मुकद्दमों का जल्द निस्तारण ही उद्देश्य:-जिला जज

ब्यूरो रिपोर्ट मिथुन गुप्ता

एटा। कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन एटा के सभागार में नवागत जनपद न्यायाधीश दिनेश चन्द्र गुप्ता व एसएसपीश्याम नारायण सिंह का स्वागत समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मंचासीन अतिथि समस्त अपर जिला जज,जुडिशल मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। सभी का बार के अध्यक्ष/ महासचिव ने अधिवक्ताओं व अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्ट्रेट बार के अध्यक्ष अशोक कुमार सिकरबार ने की, और संचालन पंकज कुमार  उपाध्याय एडवोकेट ने किया। प्रथम वक्ता के रूप में तहसील अलीगंज बार के सदस्य साहित्यकार  दिनेश दीक्षित एडवोकेट ने कहा कि न्याय और कानून व्यवस्था के हस्ताक्षर मंच पर मौजूद हैं, उन्होंने कविता के माध्यम से उनका स्वागत किया। वरिष्ठ अधिवक्ता सी0पी0 सिंह ने कहा कि बार और बेंच का हमेशा सहयोग रहना चाहिए, तभी हम जल्द न्याय के लिए आशा कर सकते हैं। उन्होंने कविता पाठ के माध्यम से अपनी बात रखी कि"शिकवे इतने कि, किताब लिख दूँ,---?कहकर अपनी बात समाप्त की। रोहित पुंडीर एडवोकेट ने कहा कि जिला जज साहब निष्पक्ष रूप से न्याय के लिए प्रयत्नशील हैं। उन्होंने एसएसपी से भी कहा कि थानों में अधिवक्ताओं के साथ भेदभव रहता है,पुलिस और अधिवक्ताओं में सामंजस्य स्थापित रहना चाहिये। यदुवीर सिंह चौहान एडवोकेट ने कहा कि न्यायालय में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था काफी खराब है इस पर भी एक नजर न्यायिक अधिकारियों को रखनी चाहिए, और हम युवा अधिवक्ताओं को कॉपरेट करना चाहिए। रामनरेश मिश्रा पूर्व अध्यक्ष कलेक्ट बार ने कहा कि अधिवक्ता और बेंच आपस में सामंजस बनाए रखे,अधिवक्ता एकता की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सब अधिवक्ता मिलकर ही समस्याओं का निस्तारण कर सकते हैं। इसलिए हमें एक जुट होकर रहना चाहिए। प्रमोद तिवारी एडवोकेट ने कहा कि बेंचऔर बार से सामंजस बनाए रखें कहीं कोई शिकायत हो तो अपने अध्यक्ष को बताएं। वो आज भी गंभीर होकर न्यायायल में जाते हैं।
प्रमोद मिश्रा एडवोकेट अलीगंज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने अच्छे कार्यक्रम सम्पन्न करने के लिए समस्त अधिवक्तागण एवं बेंच का आभार जताया। संचालन कर रहे अधिवक्ता पंकज कुमार ने कहा कि न्यायिक अधिकारियों को कैश की गंभीरता को ध्यान में रखकर न्याय करना चाहिए, देरी से न्याय मिलने से कुछ पीड़ित अपनी दवी जवान से न्याय को संदेह की दृष्टि से देखते हैं। और न्यायिक अधिकारियों को पुलिस रिपोर्ट के आधार पर ही नहीं बल्कि अपने विवेक से न्याय करना चाहिए। महासचिव गिरीश चन्द्र शर्मा ने कहा कि एटा की पावन भूमि पर नवागत जिला जज और एसएसपी को कलेक्ट्रेट बार की ओर से स्वागत किया। और कहा कि मैं बार की ओर से उम्मीद करता हूं की बेंच केस निस्तारण में गंभीरता दिखाएगी। इस बीच बार- बेंच रिलेशन मधुर रहना चाहिए। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने कहा कि जो रियल होता है, वही न्याय होता है। न्याय को हमारी आंखे देख नही पाती। न्यायाधीश को ईस्वर का रूप भी माना जाता है। न्यायाधीशो और पुलिस के सामने ऐसी भी चीजे आती है। जिस पर न्याय करते समय गंभीर चिंतन-मंथन की जरूरत होती हैं। उन्होंने कविता पाठ करके तालियों की गड़गड़ाहट का आनंद लिया, और कहा कि अधिवक्ता एक सम्मानजनक पद होता है। उन्हें पुलिस से शिकायत नही मिलेगी। बस अधिवक्ताओ को भी पुलिस और बार की गरिमा का ध्यान बनाकर रखनी चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश दिनेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि न्याय की दोआँखे अधिवक्ता और न्यायाधीश, इसलिए हमको मिलकर निष्पक्ष रूप से न्याय करना होगा। उन्होंने अपने अधिवक्ता प्रक्टिश कार्यकाल का भी जिक्र किया। और बड़े ही सादुभाव से अधिवक्ताओ से कहा कि वह न्याय के लिए पूरी निष्पक्ष एवं ईमानदारी के साथ अपना फर्ज समझकर कार्य करें, अधिवक्ता को अपने क्लाइंट के साथ भी ईमानदारी के साथ काम करना चाहिए, बार और बैंच रथ के दो पहिये है, न ज्यादा दूर जा सकते हैं और न ही चिपककर चल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों को जल्द न्याय के लिए मैं जिले में अपनी बैंच के सहयोग से काम करूँगा। पीड़ितों को न्याय दिलाना ही मेरा उद्देश्य है। उन्होंने अपने अधीनस्थ न्यायाधीशो से कहा कि धारा 156(3)crpcव एन0आई0एक्ट के मामले के प्रार्थना पत्रों को जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए।और अधिवक्ताओं के साथ सदभाव पूर्वक व्यवहार करें,अंत में जिला जज ने सभी का आभार जताया। अंत में बार और कार्यक्रम के अध्यक्ष अशोक कुमार सिकरबार ने सभी अतिथियों और अधिवक्ता ओ का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में उपस्थित अधिवक्ताओ में सी0पी0सिंह, बिजेंद्र पाल सिंह, रेशपाल सिंह राठौर, राजेन्द्र यादव, जितेन्द्र कुमार वर्मा, पंकज कुमार, सुभाष चन्द्र शर्मा,यदुवीर सिंह चौहान, आदित्य मिश्रा, रमेश राजपूत, इरफान खान, श्रीमती प्रवेश ,नैना शर्मा, सरिता कुमारी, उदयवीर सिंह,देवेन्द्र कुमार लोधी, शैलेन्द्र कुमार, कृष्णपाल सिंह, राबीश खान, अमित जौहरी, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, उदयपाल सिंह, आदि सैकड़ो अधिवक्ता मौजूद रहे।