जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह की अनुमति से ही जारी होंगे ग्राम पंचायतों की जांच के रोस्टर
ब्यूरो रिपोर्ट मिथुन गुप्ता एटा
ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव शोषण के संबंध में जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में दर्ज कराएं शिकायत मानक एवं गुणवत्ता के अनुरूप कराएं विकास कार्य, भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर होगी कार्यवाही-डीएम
एटा। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह ने सूचित किया है कि प्रायः यह देखा जा रहा है कि जनपद के जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों एवं सचिवों द्वारा यह शिकायत की जाती है कि जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की जांच कराने के लिए रोस्टर जारी किया जाता है जिसके उपरांत जिला स्तरीय अधिकारी मौके पर नहीं जाते हैं। ग्राम प्रधान एवं सचिवों का विजिट के माध्यम से शोषण किया जाता है। डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं जिला विकास अधिकारी को सख्त निर्देश दिए हैं कि डीएम की बिना अनुमति के जिला स्तरीय अधिकारियों के विजिट रोस्टर जारी न किए जाए। साथ ही जनपद के ग्राम प्रधानों एवं पंचायत सचिवों को सूचित किया है कि ग्राम पंचायतों में विजिट के नाम पर शोषण किये जाने की शिकायत के संबंध किसी भी कार्यदिवस में जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष कलक्ट्रेट, एटा मे उपस्थित होकर डीएम के समक्ष लिखित अथवा मौखिक (गोपनीय) शिकायत दे सकते है। डीएम ने सख्त निर्देश दिए हैं कि शासन की मंशानुसार प्रत्येक दशा में ग्राम पंचायतों में गुणवत्तापूर्ण ढंग से मानक के अनुरूप विकास कार्यां को कराया जाए, इसमें किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार किए जाने के शिकायत नहीं आनी चाहिए।