जिसके पास धर्म वही धन्य: महेशचंद शास्त्री

जिसके पास धर्म वही धन्य: महेशचंद शास्त्री

संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली। बरनावा के श्री चंद्रप्रभ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर में गुरुवार को श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से उत्तम शौच धर्म की पूजा की।पं महेश चंद शास्त्री ने कहा कि, अतिथि के आगमन के पूर्व घर की सफाई अनिवार्य है। बीजारोपण के पूर्व भूमि की सफाई आवश्यक है। उसी प्रकार सत्य के आगमन के पूर्व आत्मा की सफाई आवश्यक है। 

उन्होंने कहा, जिस प्रकार कंकड़ मिश्रित खीर में स्वाद का आनंद नहीं होता, उसी प्रकार लोभ मिश्रित जीवन में धर्म का आनंद नहीं होता। मूर्च्छा तृष्णा को मारना ही परमात्मा को पाना है। लोभ की दुर्गंध का ना होना ही उत्तम शौच धर्म है। व्यक्ति जीवन की सुरक्षा करने के लिए धन कमाता है और धन की सुरक्षा करते करते प्राणान्त हो जाता है। क्रोध प्रीति का, मान विनय का, माया मैत्री का और लोभ सभी सद्गुणों का नाश कर देता है। इस लोभ में फंसकर जीवन बर्बाद ना करें। उधर बिनौली के श्री दिगंबर जैन पुराना व बड़ा मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की।