महंत अवेद्यनाथ जी की दसवीं पुण्यतिथि पर विश्व हिन्दू महासंघ ने दी श्रद्धांजलि
गोगामेड़ी धाम कैली मंदिर खरखोदा ( मेरठ) में राष्ट्र संत परम पूज्य, पूर्व गोरक्ष पीठाधीश्वर, ब्रह्मलीन महाराज अवैद्यनाथ जी की दसवीं पुण्यतिथि उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर तथा फूलमाला पहनाकर बड़े ही उत्साह एवं प्रेम पूर्वक मनाई गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता व मंच संचालन अधिवक्ता मनोज चौधरी मंडल प्रभारी (विधि प्रकोष्ठ) मेरठ मंडल एवं जिला अध्यक्ष यशपाल द्वारा की गई।
मुख्य अतिथि के रूप में पधारे अधिवक्ता श्री रुद्र कुमार पाठक प्रदेश अध्यक्ष (विधि प्रकोष्ठ) ने अपने उद्बोधन में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए महंत अवैद्यनाथ जी के निडर संघर्ष और हिन्दू पूर्णजागरण तथा सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उनके अतुल्य योगदान के बारे में बताते हुए महंत जी के द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने के लिए कहा साथ ही साथ प्रदेश अध्यक्ष (विधि प्रकोष्ठ) ने सुबे के मुखिया, परम पूज्य गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ जी के वक्तव्य को दोहराते हुए कहा कि 'बाटेंगे तो काटेंगे, एक रहेंगे नेक रहेंगे।
वहीं मुख्य वक्ता के रूप में पधारी श्रीमती संतोष मिश्र, प्रदेश अध्यक्ष (मातृशक्ति) ने अपने संबोधन में कहा कि अगर हमने बांग्लादेश के हिन्दू नरसंहार से सबक नहीं लिया तो आने वाले समय में परिणाम भयानक हो सकते हैं इसलिए हम सभी को जात-पात के खाई रूपी भेदभाव को भूलकर केवल हिन्दू , हिन्दू ही आगे के उद्देश्यों पर कार्य करना होगा।
प्रदेश महामंत्री (गोरक्ष) मनोज कुमार प्रजापति ने अपने संबोधन में राष्ट्र संत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने हिन्दू समाज को एकजुट करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। हम सभी सनातनियों को महंत अवैद्यनाथ जी द्वारा दिखाए गए मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ाना है।
विशिष्ट अतिथि- बिल्लू प्रधान नरेश उपाध्याय संभाग प्रभारी हस्तिनापुर, मंडल प्रभारी नीरज शर्मा, मंडल संयोजक (विधि) नितिन शर्मा , राजेंद्र कुमार शर्मा जिला अध्यक्ष गाजियाबाद, हरिओम रावल जिला अध्यक्ष गौतमबुद्ध नगर आदि विशिष्ट अतिथियों ने भी अपने-अपने विचार रखें। विधि प्रकोष्ठ, धर्माचार्य प्रकोष्ठ व महानगर एवं एनसीसी की लेफ्टिनेंट सविता चौधरी व उनके कैडेट्स द्वारा भी महंत अवैद्यनाथ जी कि पुण्यतिथि में अपनी-अपनी सहभागिता दिखाई।
कार्यक्रम का समापन भारत माता की जय, वंदे मातरम, विश्व हिन्दू की जय हो के उद्घोष एवं प्रसाद वितरण द्वारा किया गया।