77.36 करोड रुपए की लागत से नवनिर्मित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने किया लोकार्पण

77.36 करोड रुपए की लागत से नवनिर्मित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने किया लोकार्पण

••जल जीवन मिशन के तहत सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला भारत का पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश

••संयुक्त राष्ट्र संघ के टॉप टेन कार्यों में भारत देश के नमामि गंगे प्रोजेक्ट ने देश की बनाई पहचान

काठा और छपरौली में बनें यमुना के पक्के घाट, कृष्णा व हिंडन नदी के बरनावा में बने एसटीपी प्लांट : सांसद

ब्यूरो डा योगेश‌ कौशिक

बागपत।77.36 करोड रुपए से तैयार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह द्वारा किया गया । 

बता दें कि जनपद में नगर बागपत के 4 प्रमुख नाले , जो आफिसर्स कॉलोनी के पास , शालिग्राम मन्दिर के पास, एकता कॉलोनी के पास व मिर्धानपुरा मोहल्ले के हैं, जिनके यमुना नदी में जाने के कारण ,नदी में प्रदूषण हो रहा था । अशोधित घरेलू सीवेज को यमुना नदी में जाने से रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत इन चार नालों को टैप कर एसटीपी के माध्यम से शोधित कर यमुना नदी में प्रवाहित करने हेतु 77.36 करोड़ की परियोजना वर्ष 2019 में स्वीकृत हुई थी । परियोजना में इन चार नालों के इंटरसेप्शन एवं डायवर्जन कार्य ,इंटरसेप्शन सीवर 3.6 किमी 1नग मुख्य पंपिंग स्टेशन एवं 14 एमएलडी क्षमता का एक नग, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य एवं उनका 15 वर्षों तक संचालन तथा रखरखाव का कार्य सम्मिलित है। परियोजना का शिलान्यास नदी विकास एवं गंगा संरक्षण सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा 20 फरवरी 2019 को किया गया था। परियोजना पूर्ण होने के उपरांत सीवेज का वर्तमान मानकों के अनुरूप शोध कर यमुना नदी में प्रभावित किया जा रहा है, जिससे यमुना नदी के प्रदूषण स्तर में कमी आई है । 

परियोजना के अंतर्गत नगर पालिका परिषद बागपत की लगभग 93886 जनसंख्या लाभान्वित हो रही है, जिनका कुल स्राव 8.6 एमएलडी था, जोकि यमुना नदी को प्रदूषित कर रहे थे । राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के माध्यम से नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत उक्त नालों द्वारा प्रवाहित प्रदूषित जल के कारण यमुना नदी में होने वाले जल प्रदूषण को रोकने हेतु योजना स्वीकृत हुई थी । परियोजना की क्षमता का निर्धारण सन् 2036 तक नगर में होने वाले सीवरेज जनरेशन के आगणन को ध्यान में रखकर किया गया है।परियोजना से बागपत नगर के उक्त नालों के प्रदूषित जल को सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट पर पहुँचाकर विशेष प्रक्रिया द्वारा शोधित किया जा रहा है तथा शोधन उपरान्त प्शोधित जल को यमुना नदी में प्रवाहित किया जा रहा है ।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि ,देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को विकसित भारत बनाने का जो संकल्प लिया है ,इसमें हम सबको संकल्प लेना है और देश को विकसित बनाना है । कहा कि, उन्होंने 2014 में जब संसद का चुनाव लड़ने के लिए काशी पहुंचकर संकल्प लिया था कि ,मुझे तो मां गंगा ने सेवा करने के लिए बुलाया है ,प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री जी ने नमामि गंगे कार्यक्रम चलया। नमामि गंगे मां गंगा को निर्मल और सरल विरल बनाने के लिए सरकार द्वारा हर स्तर पर कार्य किया जा रहे हैं, जिससे की प्रदूषित पानी नदियों में न जाए । केंद्र सरकार व राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता नदी नालों को निर्मल विरल बनाना है । सभी नदियों की स्वच्छता पर सरकार निरंतर कार्य कर रही है ,गंगा नदी की जो सहायक नदियां हैं उन पर निरंतर कार्य किया जा रहा है

 

कहा कि,गंगा नदी की मुख्य धारा को निर्मल करने के लिए गंगा की सहायक नदियों को हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश से होते हुए बंगाल झारखंड और बिहार तक मुख्य धारा के साथ-साथ में गंगा की सभी सहायक नदियों पर एक साथ काम प्रारंभ कर गंगा को अविरल बनाने का जो संकल्प था वह संकल्प आज पूर्ण हो रहा है ।गंगा नदी में एक समय जिस तरह से जलीय जीव वापस लौटाए , मछलियां वापस गंगा नदी में रहने वाले कछुए भी वापस आये ।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि, संयुक्त राष्ट्र संघ ने दुनिया भर के जो सबसे बेहतरीन 10 काम थे ,दुनिया में प्रकृति को वापस ठीक करने के लिए प्रकृति के घटकों को जो नुकसान पहुंचा है, उसको दुरुस्त करने के लिए जो किए गए ,उन 10 कामों से एक काम के रूप में हमारे इस मिशन नमामि गंगे का प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हुआ तथा इसको चिन्हित किया गया।हमारे लिए आस्था का विषय हमारी पौराणिक महत्ता का विषय भगवान श्री कृष्ण भगवान श्री राम इन सब से जुड़े हुए विषय ,इन नदियों के साथ में आते हैं, लेकिन यह आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ , यह नदियां आजीविका का स्रोत भी हैं।

केंद्र जल शक्ति मंत्री ने कहा ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल जीवन मिशन का काम किया है ,आज उसका प्रभाव भी है । जो उत्तर प्रदेश कभी दो प्रतिशत पर था ,आज उत्तर प्रदेश के तीन चौथाई घरों में नल के माध्यम से पानी जाने का व्यवस्था हुई है और आज अगर देश में सबसे ज्यादा तेजी से किसी प्रदेश में काम हो रहा है ,तो जल जीवन मिशन के तहत सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला भारत का पहला राज्य के रूप में उभरा है उत्तर प्रदेश । उन्होंने कहा ,आज माता बहनों को नलों से पानी ले जाने के लिए घर से बाहर नहीं जाना पड़ता है । कहा कि,सरकार ने हर घर के दरवाजे तक कनेक्शन देने का कार्य किया है जिससे हमारी माता बहनों को लाभ मिल रहे हैं हर घर में गैस का कनेक्शन ,हर गरीब के कर के ऊपर छत ,हर गरीब को उपचार कराए जाने के लिए आयुष्मान गोल्डन कार्ड, सड़क ,बच्चों को पढ़ाई के लिए शिक्षा कोचिंग की व्यवस्था , सरकार उपलब्ध कराए जाने का कार्य कर रही है व भारत विकसित होने की दिशा में तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। 

उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहाकि , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आम व्यक्ति तक सरकार की हर योजना पहुंचाए जाने का कार्य किया जा रहा है, जिससे कि कोई भी व्यक्ति किसी भी योजना से किसी भी कारण से वंचित नहीं रहना चाहिए। इस दौरान सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने जनपद बागपत के चहुमुखी विकास के लिए भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री व राज्य सरकार के जल शक्ति मंत्री के समक्ष अपनी मांग रखी और कहा कि, छपरौली में और काठा में यमुना घाट बनवाए जाएं ,बरनावा के किनारे जहां से कृष्णा नदी व हिडन नदी गुजरती हैं वहां भी एसटीपी प्लांट बने। उन्होंने बाढ़ से जो बागपत का क्षेत्र प्रभावित होता है उसके लिए भी कार्य योजना बनाएं जाने की मांग रखी , जिस पर मंत्रियों ने बागपत की जनता को आश्वस्त किया कि ,सांसद जी द्वारा उठाई गई मांगों को पूर्ण किया जाएगा।

इस अवसर पर बागपत प्रभारी मंत्री जसवंत सिंह सैनी ,नमामि गंगे निदेशक अशोक कुमार ,जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, भाजपा केक्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह सिसोदिया , मोदीनगर विधायक मंजू सिवाच, पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित ,भाजपा जिला अध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय , पूर्व जिला अध्यक्ष सूरजपाल गुर्जर आदि उपस्थित रहे।