सेवा बहाली व 40 माह के बकाया मानदेय को लेकर प्रेरकों का प्रदर्शन।

सेवा बहाली व 40 माह के बकाया मानदेय को लेकर प्रेरकों का प्रदर्शन।

रायबरेली। राष्ट्रीय साक्षरता कर्मी महासंघ के बैनर तले साक्षर भारत मिशन के प्रेरक और समन्वयकों ने मंगलवार को धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित जिला अधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा। जिसमें साक्षरता कर्मियों ने 40 माह के बकाया मानदेय भुगतान और रोकी गई सेवाएं बहाल किए जाने की मांग की है। उन्होंने अपने मांग पत्र में कहा है कि यदि जल्द ही उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो यह आंदोलन और बड़े स्तर पर किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला महामंत्री पवन यादव ने की और संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष पारसनाथ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर धरने को संबोधित करते हुए ब्लॉक समन्वयक बछरावां कमलेश कुमार ने कहा कि प्रेरक और समन्वयक साक्षर भारत मिशन में लगातार 8 सालों तक सेवाओं में रहे हैं। इससे पहले भी प्रौढ़ शिक्षा की विभिन्न योजनाओं में प्रेरकों ने सरकार की सेवा की है। लेकिन बिना पूर्व सूचना के सरकार ने साक्षरता कर्मियों को रोक दिया और नई योजना लाकर उसमें समायोजन करने का झूठा दिलासा देते रहे। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में साढ़े 3 लाख साक्षरता कर्मी बेरोजगार होकर घर बैठे हुए हैं। सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही। 40 माह के बकाया मानदेय भुगतान को लेकर हाईकोर्ट ने सरकार को जब निर्देश दिया तो अब निदेशालय कार्य सत्यापन का राग अलाप रहा। ब्लाक समन्वयक ने कहा कि ग्राम पंचायत से केन्द्र संचालन प्रमाण पत्र लेने के बाद ही प्रेरकों को मानदेय भुगतान होता रहा है।ऐसे में कार्य सत्यापन का कोई प्रश्न नहीं उठता। इस अवसर पर प्रेरकों ने कहा कि यदि जल्द ही उनका बकाया मानदेय भुगतान और सेवाएं बहाल ना हुई तो इस आंदोलन को प्रदेश स्तरीय रूप दिया जाएगा।इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदीप कुमार सिंह दिलीप कुमार सोनकर मिथिलेश तिवारी पवन यादव दीपक यादव सहित भारी संख्या में साक्षरता प्रेरक मौजूद रहे।