श्रावक, संयम, साधना व संस्कार शिविर में उमड़े जैन श्रद्धालु, उत्तम क्षमा धर्म किया अंगीकार
••मुनि श्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य मिला टीकमगढ़ के योगेन्द्र जैन को
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
बडौत।आचार्यश्री विशुद्ध सागर के सानिध्य में,मान स्तंभ परिसर में श्रावक संयम साधना संस्कार शिविर मे,दस लक्षण पर्व के पहले दिन 1000 से अधिक श्रद्धालुओं ने जिनेंद्र भगवान का पूजन करते हुए उत्तम क्षमा धर्म अंगीकार किया।इस दौरान अनेक राज्यो से सम्मिलित हुए जैन श्रद्धालुओं मे विशेष उत्साह दिखाई दिया। झंडारोहण रमेश चंद रूड़गाँव तथा प्रकाश चंद चैन ओरा वालों ने किया, जबकि सौधर्म इंद्र का सौभाग्य अतुल सभासद को प्राप्त हुआ।शांतिधारा डॉ मनोज जैन गंगापुर सिटी , डॉ वीरेंद्र जैन व बीना द्वारा की गई।
इस दौरान आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन योगेंद्र जैन टीकमगढ़ द्वारा किया गया।दसलक्षण कलश पूनम जैन प्रदीप जैन दिल्ली द्वारा स्थापित किया गया। शास्त्र स्थापना किरण जैन छपरा द्वारा की गयी।शिविर मे सुबह 5 बजे से ध्यान और योग कराया गया तथा पं श्रेयांस जैन व कमल कमलांकुर भोपाल के निर्देशन में जिनेंद्र भगवान का अभिषेक और पूजन किया गया। इस अवसर पर संगीतकार नंदन जैन मध्य प्रदेश द्वारा सुंदर भजन प्रस्तुत किये गए। प्रवचन के बाद सामयिक, तत्वार्थ सूत्र प्रवचन, प्रतिक्रमण, आचार्य भक्ति और आरती हुई।
शिविर मे धनेंद्र जैन, सुदेश जैन, अरविंद मुन्ना सर्राफ,प्रवीण जैन,सुनील जैन, सुदेश जैन, कमल जैन, धन कुमार जैन, पवन जैन, आनंद जैन, मुकेश जैन,प्रदीप जैन, अमित मुल्सम, अंकुर जैन, सुरेंद्र जैन आदि उपस्थित रहे।