एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गैंग को पकडा, 12 गिरफ्तार

••मेरठ से आई एसटीएफ टीम के एक दर्जन से अधिक पुलिस कर्मियों सहित बडौत थाने से मात्र एक एसआई व दो मुख्य आरक्षी रहे शामिल

एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गैंग को पकडा, 12 गिरफ्तार

•• 7 अभ्यर्थी भी आए पुलिस की गिरफ्त में

ब्यूरो डॉ योगेश‌ कौशिक

बडौत।पुलिस भर्ती परीक्षा में एकबार फिर सेंधमारी की कोशिश। मुखबिर की सूचना और एसटीएफ के त्वरित एक्शन व छापेमारी के चलते हुआ खुलासा। एक दर्जन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार। 

मेरठ एसटीएफ की टीम ने सॉल्वर गैंग सहित कुल 12 को गिरफ्तार करते हुए आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप, डेस्क टॉप कम्प्यूटर, आठ मोबाइल फोन, स्क्रीन शॉट, आठ एडमिट कार्ड भी बरामद किए हैं।बताया गया है कि, पकड़े गए अभियुक्तों में 7 अभ्यर्थी भी शामिल हैं। 

बताया गया कि,सॉल्वर गैंग ने वर्तमान में चल रही उप्र पुलिस की ऑनलाइन कंप्यूटर ऑपरेटर परीक्षा में भी सेंध लगा दी है। दूर-दराज बैठे इस गिरोह के सदस्यों ने रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर के जरिए प्रश्न पत्र हल किए। इसकी सूचना मिलने पर एसटीएफ की मेरठ टीम ने तुरंत एक्शन में आते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की रिपोर्ट बड़ौत थाने में दर्ज कराई गई है।इस दौरान एसटीएफ की टीम ने आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप, डेस्क टॉप कम्प्यूटर, आठ मोबाइल फोन, स्क्रीन शॉट, आठ एडमिट कार्ड बरामद किए हैं।

एसटीएफ एसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि, वर्तमान में उप्र पुलिस की ऑनलाइन कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती परीक्षा चल रही है, जिसमें सिस्टम हैक करने और सॉल्वर बैठाकर परीक्षा कराने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। इसकी जांच शुरू की गई, तो पता चला कि, बड़ौत की आवास विकास काॅलोनी में स्थित अनिल कुमार के मकान नंबर 2सी/124/4-5 में कुछ व्यक्ति किराए पर कमरा लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा में सिस्टम हैक कर अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर प्रश्न पत्र हल कर रहे हैं।एसटीएफ की टीम ने मौके से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

 पूछताछ में सामने आया कि, यह लोग सात फरवरी को उप्र पुलिस में कंप्यूटर ऑपरेटर की परीक्षा में अभ्यर्थी के कंप्यूटर की स्क्रीन शेयर कर यहीं से पेपर सॉल्व कर रहे थे। पूछताछ में पता चला कि, विधान पब्लिक स्कूल दुहाई गाजियाबाद में स्थित लैब को फर्जी तरीके से परीक्षा कराने के लिए केंद्र आवंटित करा रखा है। जहां से अपने अन्य सहयोगियों की मदद से ये लोग ऑनलाइन परीक्षा हैकिंग का कार्य करते हैं। सूचना मिलते ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच कर पुलिस ने सात अभ्यर्थियों और लैब के सहयोगी रजनीश कुमार व अश्वनी कुमार को हिरासत में ले लिया है।

250 कंप्यूटर की लैब की तैयार

बताया कि,गिरोह ने भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से पेपर हल कराने के नाम पर पैसा कमाने के उद्देश्य से गाजियाबाद के दुहाई में विधान पब्लिक स्कूल में करीब 250 कंप्यूटर सिस्टम की लैब तैयार की। कंप्यूटर हैकिंग एक्सपर्ट पलवल हरियाणा निवासी राम चौहान ने रोहित चौधरी के कहने पर लैब में आकर 28 जनवरी को एक सिस्टम पर कुछ साॅफ्टवेयर (एनीडेस्क, नोड जेएस, पाइथॉन लांचर) इंस्टाल कर इस सिस्टम को मास्टर सिस्टम बनाया, जिससे जब जरूरत हो ,तब लैब में मौजूद अन्य सिस्टमों को इस मास्टर सिस्टम के जरिए जोड़ कर उनका रिमोट एक्सेस ले सकें और मास्टर सिस्टम को लैब में मौजूद अपने सहयोगियों की मदद से अलग रखा गया ,जिससे किसी अभ्यर्थी को परीक्षा के समय यह सिस्टम आवंटित न हो। 

बताया गया कि,परीक्षा प्रारंभ होने से पहले ही लैब में मौजूद अपने सहयोगियों के माध्यम से कहीं भी बैठकर रवि लैब में मौजूद मास्टर सिस्टम को सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपने सिस्टम पर लेकर जिन-जिन अभ्यर्थियों से पैसे लेकर पेपर हल कराने की बात तय होती थी, उनके परीक्षा केंद्र पर आवंटित सिस्टमों के एक्सेस ले लेता था। उसको अपने अन्य साथी जो पेपर हल करने में एक्सपर्ट थे, उनके सिस्टम पर भेज देता था और केंद्र पर मौजूद अभ्यर्थी के सिस्टम का पूरा एक्सेस इनके पास पहुंच जाता था। ये प्रश्न-पत्र अपने सिस्टम से हल करते थे। अभ्यर्थी केवल बैठकर माउस हिलाता रहता था। यह लोग प्रत्येक अभ्यर्थी से चार से पांच लाख रुपये इस कार्य के लिए लेते थे। बताया कि,राम चौहान एक अभ्यर्थी की स्क्रीन शेयर करने के लिए 50 हजार रुपये लेता था।

ये हुए गिरफ्तार

रचित चौधरी पुत्र ब्रह्मपाल सिंह निवासी ग्राम भाज्जू थाना बाबरी जनपद शामली, को सरगना बताया गया है, जबकि कर्मवीर पुत्र रतन सिंह निवासी ग्राम बिहारीपुर थाना बागपत का रहने वाला है तीसरा अभियुक्त नगर बडौत के दानवीर पुत्र तेजपाल निवासी वृद्धा ज्योति कॉलोनी का निवासी है। रजनीश कुमार पुत्र अर्जुन प्रसाद महतो निवासी बगडस थाना भगवानपुर जनपद बेगुसराय बिहार का रहने वाला बताया गया है। पांचवा सहयोगी अभियुक्त मुजफ्फरनगर जनपद के नई मंडी के कूकडा निवासी अश्वनी पुत्र नरेश कुमार तथा छठे अभियुक्त की पहचान अनिल कुमार पुत्र करतार सिंह निवासी ग्राम जरूवा कटरा थाना मलपुरा जनपद आगरा के रूप में हुई है। यह अभ्यर्थी बताया गया है। 

अन्य आरोपित अभियुक्तों में अभ्यर्थी अक्षय तंवर पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी सुन्हेड़ा थाना खेकड़ा ,मनीष सरोहा पुत्र प्रमोद सरोहा निवासी शेरपुर लुहारा थाना छपरौली,आलोक चौहान पुत्र तेजपाल निवासी बावली रोड, थाना बड़ौत,धर्मेंद्र पुत्र लेखन निवासी तु कमोला थाना कोसी कलां जनपद मथुरा ,लोकेश कुमार पुत्र अरविंद सिंह निवासी पुरा थाना मंगोरा जनपद मथुरा , आर्यदीप तोमर पुत्र ओमबीर सिंह निवासी बामनौली थाना दोघट भी अभ्यर्थी बताए गए हैं।