वरिष्ठ नागरिकों को मिले रेल टिकट भाडे में छूट कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दी गयी थी छूट
पउप्र संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष ने रेलमंत्री को भेजी ईमेल
शामली। पउप्र संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग ने केन्द्रीय रेलमंत्री को पत्र भेजकर देश के वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट भाडे में छूट दिए जाने की मांग की है।
जानकारी केे अनुसार संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग ने बुधवार को सुभाष चौंक स्थित कार्यालय पर आयोजित बैठक में बताया कि उन्होंने केन्द्रीय रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव को ईमेल भेजकर देश के वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट भाडे में मिलने वाली सब्सीडी को पुनः बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से पहले देश की 58 साल की ऊपर आयु की महिलाओं को रेल भाडे में 50 प्रतिशत की छूट दी जाती थी तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के वरिष्ठ पुरुषों को 40 प्रतिशत छूट दी जाती थी लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के चलते रेलवे को हो रहे घाटे की पूर्ति के लिए यह छूट समाप्त कर दी गयी थी जबकि देश के सभी सांसदों व पूर्व सांसदों को पूर्व में मिलने वाली सभी सुविधाएं जारी रखी गयी क्योंकि सभी सांसदों को रेलवे में फर्स्ट एसी में उनकी पत्नी या किसी एक व्यक्ति सहित निशुल्क यात्रा करने की सुविधा मिलती थी, साथ ही पूर्व सांसदों को सैंकेंड एसी में पत्नी या एक अतिरिक्त व्यक्ति सहित दो लोगों को निशुल्क यात्रा करने की सुविधा थी जो कोरोना महामारी में घाटे के समय भी जारी रही। आम नागरिक देश के टैक्सपेयर है इसलिए टैक्सपेयर्स के टैक्स के पैसे से सांसदों को पूरी छूट और वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट समाप्त करना उचित नहीं है। उन्होंने रेलमंत्री से मांग की कि वरिष्ठ नागरिकों व पुरुषों दोनों को पूर्व की भांति रेल भाडे में छूट प्रदान की जाए क्योंकि रेलवे संसदीय समिति के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने भी वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को बहाल करने की रिपोर्ट दी है। इस अवसर पर सुभाष चंद धीमान, नरेन्द्र अग्रवाल, पवन गोयल, राजीव गर्ग, गौरव गर्ग, अनुज गोयल, महेश धीमान आदि भी मौजूद रहे।