राजनीतिक बदलाव की झलक: एनडीए के साथ अयोध्या जाएंगे रालोद के विधायक

राजनीतिक बदलाव की झलक: एनडीए के साथ अयोध्या जाएंगे रालोद के विधायक

भाजपा के कमल की खेती के लिए रालोद के हैंडपंप से मिलेगा पानी! 

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बड़ौत।मौसम के बदलाव के साथ ही यूपी के राजनीतिक परिदृश्य से कोहरा लगभग हट चुका है।रालोद सुप्रीम जयंत चौधरी ने राज्यसभा में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल की नीतियों को चौ चरण सिंह की नीतियों के अनुकूल बताया। वहीं अब रविवार को रालोद के विधायक भी एनडीए की बसों में सवार होकर अयोध्या जाएंगे तथा रामलला के दर्शन करेंगे। भारत रत्न चौ चरण सिंह की कर्मभूमि छपरौली से रालोद विधायक अजय कुमार ने यह जानकारी दी। 

तुरंत ही बदल गई भूमिका

विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सुबह प्रश्नकाल में रालोद के विधायक सपा के साथ विपक्ष की भूमिका में नजर आ रहे थे , लेकिन चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद जब रालोद के एनडीए में शामिल होने की तस्वीर साफ हो गई ,तो रालोद के विधायक सत्ता पक्ष के साथ नजर आए। छपरौली से विधायक अजय कुमार ने कहा कि, हम तो काफी समय से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।

रालोद की क्षमता की परीक्षा भी होगी

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि, राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के चलते लोकसभा चुनाव में अब रालोद की राजनीतिक क्षमता की परीक्षा भी होनी है । अब देखना होगा कि,भाजपा ने 2019 में पश्चिमी यूपी की नगीना, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, सहारनपुर और रामपुर की जो सीटें हारी थी, रालोद से उन्हें भाजपा को दिला पाता है अथवा नहीं।

हैंडपंप से कमल की खेती कितनी कारगर

इसबीच सोशलमीडिया पर भाजपा-रालोद गठबंधन को लेकर यूजर्स की तल्ख और संभावनाओं से भरी टिप्पणियों में दोनों पार्टियों के हानि लाभ गिनाए जाने लगे हैं। बागपत के यूजर्स की बात करें अथवा पश्चिम के किसानों की, ज्यादातर नये बदलाव के पक्षधर दिख रहे हैं। एक्स पर एक यूजर ने पोस्ट किया कि, लोकसभा चुनाव में भाजपा की कमल की खेती को रालोद का हैंडपंप पानी देगा।