ऊर्जा निगम के जेई ने लिखाये मुकदमे के विरोध में थाने का हुआ घेराव, भाकियू की शर्तो के बाद समाप्त किया गया धरना

ऊर्जा निगम के जेई ने लिखाये मुकदमे के विरोध में थाने का हुआ घेराव, भाकियू की शर्तो के बाद समाप्त किया गया धरना

संवाददाता सीआर यादव

अमीनगर सराय। कमाला गांव में ऊर्जा निगम के जेई द्वारा गांव के चार लोगो पर अभिलेख फाड़ने व गाली ग्लोच में हुए मुकदमे में सोमवार को भाकियू ने थाने का घेराव किया तथा अवर अभियंता द्वारा लिखाए गए मुकदमे को फर्जी बताते हुए उनके विरुद्ध प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई। वहीं सही कार्रवाई न होने पर गिरफ्तारी देने की बात कही। पुलिस ने भाकियू नेताओं को सही कार्रवाई का आश्वासन दिया ,तब जाकर धरना समाप्त किया गया।

भारतीय किसान यूनियन द्वारा सिंघावली अहीर थाने में ग्रामीणों पर हुए मुकदमे के विरोध में थाने का घेराव व धरना प्रदर्शन किया गया। धरने में भाकियू नेताओ ने ऊर्जा निगम व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने में पहुंचे भाकियू के प्रदेश सचिव बिजेंद्र ने ऊर्जा निगम द्वारा किसानों पर लगाए जा रहे बिजली के अत्यधिक भार व बिलों को लेकर मोर्चा खोला तथा कहा, बैगर इजाजत घरों में घुसकर जांच करना मानवीय अधिकारों के खिलाफ है।घरों में हमारी मां बहन होती हैं, जो इन घटनाओं से कुंठित हैं।आए दिन ऊर्जा निगम की मनमर्जी से आम आदमी परेशान हो चुका है। इसी तरह गांव के लोगो पर फर्जी मुकदमे लिखवाकर उन्हें पुलिस द्वारा डराया धमकाया जा रहा है। 

आगाह किया कि भाकियू किसानों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आंदोलन को तैयार है। वही भाकियू नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि, जिस प्रकार पुलिस ऊर्जा निगम कर्मचारियों द्वारा दी रिपोर्ट लिखती है ,इस तरह किसानों की भी रिपोर्ट लिखी जाए अन्यथा बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना पड़ेगा।धरने में पहुंचे भाकियू के जिला अध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने किसानों की मांगो को प्रमुखता से रखा तथा कहा ,बिना जांच के किसानों पर या किसी व्यक्ति पर भी ऊर्जा निगम द्वारा मुकदमा ना लिखा जाए, ये जो फर्जी मुकदमा लिखा गया है ,उसमे एफआर लगाई जाए और किसानों का उत्पीड़न बंद किया जाए। भाकियू नेता ने कहा, प्रशासन की मनमर्जी नही चलने दी जाएगी तथा किसानों के हितों की लड़ाई के लिए गिरफ्तारी देने से भी परहेज नहीं किया जायेगा।अध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों के न आने तक धरने का एलान किया ,जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और भाकियू की सभी मांगों पर गंभीरता से विचार कर गहनता से जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया ,जिसके बाद धरना खत्म किया गया। 

धरने की अध्यक्षता कर रहे टीयावा प्रधान बिजेंद्र सिंह ने भाकियू द्वारा दिए मांग पत्र को थाना प्रभारी को सौंपा। धरने में दिनेश मास्टर, संजय प्रधान बिचपड़ी, धीरज, नीरज ढाका, अनिल, सुनील, अश्वनी,अमित, विनोद खेड़ा, धर्मपाल, सुरेंद्र, जगपाल, धर्मेंद्र, कृष्ण बली, संजय टटीरी, नीरज कमाला, सहित सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण व भाकियू कार्यकर्ता उपस्थित रहे।