संपन्न हुआ लोकतंत्र का महायज्ञ,जनपद में कुल 55.44 % हुआ मतदान

आम लोकसभा चुनाव के चौथे चरण़ मे 13 मई 2024 को 33 लोकसभा उन्नाव मे शाँति पूर्वक मतदान संपन्न हुआ।चौथे चरण़ के इस महासमर मे 55.44% कुल मतदान हुआ जहाँ भाजपा,सपा व बसपा समेत कुल 08 प्रत्याशियों का राजनैतिक भविष्य दाँव पर है।

संपन्न हुआ लोकतंत्र का महायज्ञ,जनपद में कुल 55.44 % हुआ मतदान

महेंद्र राज  (मण्डल  प्रभारी)

बीते दिवस अन्य कई पड़ोसी जनपदों समेत 33 लोकसभा जनपद उन्नाव में भी लोकतंत्र का महायज्ञ आम चुनाव 2024 शाँति पूर्वक संपन्न हुआ।दो महानगरों के बीच स्थित इस जनपद में भाजपा के फायर ब्रांड साँसद सच्चिदानंद हरिसाक्षी,स.पा की पूर्व साँसद व समाजसेवी अन्नू टंडन तथा ब.स.पा से वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार पाण़्डेय समेत 8 प्रत्याशी चुनावी रण़ में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

जनपद में कुल 55.44% मतदान हुआ।उल्लेखनीय है कि जनपद मे कुल 23,34,196 मतदाता हैं जिनमें 12,39,723 पुरुष,10,94,371 महिला तथा 102 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।

जनपद की छः विधानसभाओं में अवरोही क्रमानुसार 167- पुरवा विधानसभा में 65.83%,164- मोहान विधानसभा में 56.05%,166-भगवंत नगर विधानसभा में 55.58%,165-सदर विधानसभा में 54.87%,162-बाँगरमऊ विधानसभा में 54.66%,163-सफ़ीपुर विधानसभा मे 54.24% मत डाले गये।मतदान प्रतिशत बढाने हेतु निर्वाचन आयोग के लोकोपयोगी प्रयासों के बावजूद भी स्थानीय प्रतिनिधियों से रुष्ट मत दाताओं के मतदान मे कोई विशेष रुचि न दिखाने के कारण़ मतदान प्रतिशत में कोई विशेष इजाफा नहीं हुआ।

महाद्वीप व देश की बड़ी विधानसभाओं मे शुमार भगवंतनगर विधानसभा 2024 के इस चुनावी महासमर मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।ब्राह्मण बहुल्य भगवंतनगर विधानसभा क्षेत्र का पुराना राजनीतिक व उलटफेर इतिहास रहा है।1957 में प्रजातांत्रिक सोशलिस्ट पार्टी (पीएसपी) से भगवती सिंह विशारद

पहली बार विधायक बने जो 1962 में कांग्रेस प्रत्याशी देवदत्त से पराजित हुए।पुनः 1967 में भगवती सिंह ने पीएसपी से दोबारा जीत दर्ज कराई और 1968 में कांग्रेस में शामिल हो गए तथा लगातार 1969 और 1974 के चुनाव में कांग्रेस से विधायक चुने गये।1977 के दौर में जनता पार्टी के चौधरी देवकी नंदन और काँग्रेस के भगवती सिंह  के बीच एक दिलचस्प लड़ाई मे भगवती सिंह की पराजय के बाद केंद्र में सत्ता परिवर्तन हो गया। 1980 और 1985 में पुन: भगवती सिंह विशारद कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मे इस सीट पर विजय प्राप्त की।1989 में भाजपा के देवकीनंदन ने फिर विशारद को हराया।पुनः भगवती सिंह विशारद ने 1991 के चुनाव में भगवती सिंह को हराकर विजय प्राप्त की।देवकी नंदन ने 1993 में विशारद को हराकर बदलाव किया।1996 में

भाजपा से कृपा शंकर,2002 में बसपा से नत्थू सिंह

तथा 2007 में कृपाशंकर सिंह बसपा से विधायक चुने गए।वर्ष

2012 में कुलदीप सिंह सेंगर ने सपा से भगवंतनगर विधानसभा सीट से जीत दर्ज कर यहां सपा का खाता खोला था। 2017 में हृदय नारायण दीक्षित ने भाजपा के टिकट पर लड़कर सीट पर भगवा लहराया।2019 मे भाजपा के आशुतोष शुक्ला ने भाजपा का झंडा ऊँचा करते हुए इस सीट पर विजय हासिल की।
गौरतलब है कि जिस सीट को स्व.भगवती सिंह ने पांच बार कांग्रेस की झोली में डालने का काम किया,उस पर कांग्रेस अब दूसरे नंबर पर पहुंचने को भी तरस रही है।कल संपन्न हुए आम लोकसभा चुनाव मे एक ओर जहाँ भाजपा प्रत्याशी इस क्षेत्र से पूर्णंरूपेंण आशान्वित है वहीँ दूसरी ओर इंडी गठबंधन की स.पा प्रत्याशी को भी इस क्षेत्र से बहुत उम्मीदें हैं।दूसरी ओर ब.स.पा प्रत्याशी भी बसपा मूल वोट के साथ ब्राह्मण मतदाताओं के मतों पर भी अपनी दावेदारी पेश कर दृढ़ आशान्वित हैं।भगवंत नगर विधानसभा में 223152 पुरुष मतदाता,197212 महिला मतदाता और 5 थर्ड जेंडर मतदाता है।इस प्रकार कुल मतदाताओं की संख्या 420369 है।