सहारनपुर में 'प्रेस' लिखे वाहनों की बेतहाशा बढ़ती संख्या: फर्जी प्रेस वाहन के खिलाफ सख्त जांच की मांग

सहारनपुर में 'प्रेस' लिखे वाहनों की बेतहाशा बढ़ती संख्या: फर्जी प्रेस वाहन के खिलाफ सख्त जांच की मांग

सहारनपुर जनपद के भीतर प्रतिदिन हजारों वाहन सड़कों पर दौड़ते हैं, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा 'प्रेस' लिखा हुआ होता है। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि हर 10 वाहनों में से एक वाहन पर 'प्रेस' का शब्द अंकित दिखाई देता है। इस तरह के वाहनों की वास्तविकता और वैधता पर अब सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि फर्जी प्रेस लिखवाकर कई वाहन मालिक पुलिस जांच से बच रहे हैं।

फर्जी 'प्रेस' लिखवाकर चल रहे वाहन:

शहर में कई वाहन ऐसे हैं, जिनके पास कानूनी रूप से वाहन के पूरे दस्तावेज नहीं होते, फिर भी ये सड़कों पर 'प्रेस' का टैग लगाकर धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। इस प्रकार के वाहन चालक पुलिस जांच से बचने के लिए 'प्रेस' लिखवाकर एक तरह से सुरक्षा कवच हासिल कर लेते हैं। इससे न केवल कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो रही है, बल्कि कई बार चोरी के वाहन भी इसी प्रकार 'प्रेस' लिखकर सड़कों पर चलते पाए गए हैं।

पुलिस और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग:

सहारनपुर के हर थाना क्षेत्र में बड़ी संख्या में फर्जी प्रेस लिखे वाहनों की पहचान और जांच की आवश्यकता है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय निवासियों और जागरूक नागरिकों ने मांग की है कि ऐसे सभी वाहनों की कड़ी जांच होनी चाहिए ताकि फर्जी टैग का दुरुपयोग रोका जा सके। इससे न केवल पुलिस की कार्यवाही में सुधार होगा, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत होगी।

अधिकारियों को सतर्क होने की जरूरत:

यह जरूरी है कि स्थानीय पुलिस और यातायात विभाग इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करें। फर्जी 'प्रेस' लिखे वाहनों की पहचान और उनके दस्तावेजों की पूरी तरह से जांच की जाए। अगर वाहन चोरी का पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।