चित्रकूट-अधिवक्ता कभी नहीं होता बूढा, हमेशा रहता है युवा - जिला जज।

चित्रकूट-अधिवक्ता कभी नहीं होता बूढा, हमेशा रहता है युवा - जिला जज।

चित्रकूट: उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा जारी कार्य योजना के तत्वावधान में शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम की अध्यक्षता में जिला बार एसोसिएशन भवन में राष्ट्रीय युवा दिवस का किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित के साथ किया गया। 

    जनपद न्यायाधीश विकास कुमार प्रथम ने बताया कि स्वामी विवेकानंद के आदर्शों एवं विचारों के अनुपालन करने की आश्यकता है। युवा वही है जो दिल और दिमाग से युवा है। उन्होंने कहा कि वकील कभी बूढा नहीं होता वह हमेशा युवा ही रहता है। जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो तब तक उसे कार्य के प्रति लगा रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत के सभी गरीब एवं निर्धन को देवता मानकर सेवा करने का संकल्प लिया था। जिसमें राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्ही आदर्शों एवं लक्ष्यों को मूर्त रूप देने के लिये सभी निर्धनों, वंचितों, शोषितों को विधिक सहायता प्रदान करता है।

  मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के पीठासीन अधिकारी कृष्ण यादव ने बताया कि स्वामी विवेकानंद की कही गई बातें युवाओं में जोश भरने का काम करती हैं। विवेकानंद की ओजस्वी वाणी, ओजपूर्ण विचारों ने सुप्त लोगों को जागृत किया। उनकी युवावस्था देश के हर युवा के लिए एक बेहतरीन मिसाल है। यही वजह है कि उनके जन्मदिन को देश में युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राकेश कुमार यादव ने बताया कि आज का सूत्र वाक्य उठो, जागो और लक्ष्य की प्राप्ति करें, युवा होने की कोई उम्र नही होती। उठना और जागना क्या होता है, उसको उपस्थित युवा अधिवक्ताओं के विवेक पर छोडता हूं।

 जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला जज फर्रुख इनाम सिद्दीकी ने बताया कि जिस परिवेश में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था, उस परिवेश से ऊपर ऊठकर उन्होंने देश का गौरव बढाया। 1857 की स्वतन्त्रता संग्राम के बाद भारत में स्वतन्त्रता आन्दोलन के स्तर में निराशा व हताशा उत्पन्न हुयी। उस समय स्वामी विवेकानंद ने स्वतंत्रता आन्दोलन में उत्साह के प्रति युवाओं में प्रेरणा का सन्देश दिया।

    इस मौके पर अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश राय, सुशील कुमार त्रिपाठी, सूर्यबली त्रिपाठी, रामप्रसाद सिंह, हेमराज सिंह, अशोक कुमार गुप्ता, आदर्श कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।