फोर्थ क्लास कर्मचारी की तो बल्ले ही बल्ले, शस्त्र अनुभाग से चंद कदमो की दूरी पर गली में खुलवा रखी है केपी कम्प्यूटर के नाम से अपनी दुकान।

फोर्थ क्लास कर्मचारी की तो बल्ले ही बल्ले, शस्त्र अनुभाग से चंद कदमो की दूरी पर गली में खुलवा रखी है केपी कम्प्यूटर के नाम से अपनी दुकान।


एटा | लम्बे समय से भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी के मामले में सुर्खियों बटोरने वाला जनपद एटा का शस्त्र अनुभाग इन दिनों काफ़ी चर्चाओं में हैं। कलेक्ट्रेट परिसर से लेकर अन्य तमाम कचहरी इलाके में जिधर देखों और सुनों सिर्फ शस्त्र कार्यालय में चलते खुले रिश्वतखोरी के खेल की चर्चा ही सुनने को मिलेगी। कारण एटा के इस कार्यालय में शस्त्र लाइसेंस से सम्बन्धित कार्यों में खुली रिश्वतखोरी की दुर्गन्ध अब हर तरफ उठने लगी हैं। रिश्वतखोरी के इस खेल के मुख्य मास्टर माइंड फोर्थ क्लास के कर्मचारी सोबरन सिंह ही है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार फोर्थ क्लास कर्मचारी की तो बल्ले ही बल्ले है। जिसमे कर्मचारी ने शस्त्र अनुभाग से चंद कदमों की दूरी पे गली में अपनी केपी कम्प्यूटर के नाम से दुकान खुलवा रखी है जिस पर शस्त्र अनुभाग में आने वाले शस्त्र लाइसेंस धारकों को सीधे ही कर्मचारी अपनी दुकान पर भेजता है। और मनमानी रकम बटोरता है। अब देखना है कि प्रशासन की ओर से क्या कार्यवाही होती है।