जलालाबाद देहात में भी तालाब की मिट्टी बेचने से प्रधान की कटी चांदी

जलालाबाद देहात में भी तालाब की मिट्टी बेचने से प्रधान की कटी चांदी

संवाददाता अवनीश शर्मा 
थानाभवन क्षेत्र के ग्राम भेंसानी प्रधान के अधिकार सीज होने का मामला अभी थमा ही नही था कि जलालाबाद देहात में भी तालाब की मिट्टी हाईवे को बेचने का मामला सुर्खियों में है।चूंकि जहां 15 वें वित्तयी वर्ष में शामली जिले का यह पहला मामला सामने आया था जिसमे प्रशासन ने कड़ी कारवाही करते हुए तालाब की मिट्टी अवैध तरीके से बेचने के प्रकरण में ग्राम प्रधान के अधिकार सीज कर दिए हैं।वहीं इसी तरह का एक ओर मामला जलालाबाद देहात में भी उभरकर आया है जिसमे ग्राम प्रधान द्वारा तालाब की मिट्टी को

अवैध तरीके से मोटी रकम में बेचने की बात कही जा रही है।हालांकि यह कहना अभी मुश्किल है कि प्रशासन इस मामले में किस तरह की भूमिका निभाएगा क्योंकि फिलहाल बिचौलियों द्वारा मामले में बंदरबांट करवा दी गई है जिस कारण अभी तक इसमें कोई कारवाही होती नजर नहीं आ रही इसका उन किसानों में काफी रोष है जिन्होंने इसका विरोध किया था। मौके पर एक लम्बे क्षेत्रफल से 10 फुट गहरी मिट्टी उठी हुई है  यह तालाब लगभग 17 बीघा बताया जा रहा है वहीं इसमें कुछ भूमि बंजर की भी थी जिसका अवैध खुदान कराकर मिट्टी ग्रीन हाईवे को बेच दी। इस अवैध खनन में मोटी रकम की हेराफेरी मानी जा रही है जिसका  क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने पुरजोर विरोध भी किया था। किसानो का कहना है कि ग्राम प्रधान की मनमानी के चलते तालाब की मिट्टी को बेचा गया है जिसका विरोध किसान कर रहे है । ग्राम प्रधान तालाबों की मिट्टी को बेचकर मोटा पैसा कमा रहे है । किसानो का कहना है की योगी सरकार में भ्रष्टाचार नहीं होता लेकिन जलाबाबाद देहांत में किसानों के विरोध के बाद भी देहांत ग्राम प्रधान मिट्टी बेच रहा है जो राजस्व विभाग को लाखो का चुना लगा रहा है किसनो  ने ग्राम प्रधान के खिलाफ करवाही की मांग की है