ग्रीन पटाखों के नाम पर सजा प्रतिबंधित पटाखों का बाजार

कितने लोगों को पटाखा बिक्री की दी गई अनुमति पुलिस को नहीं जानकारी

ग्रीन पटाखों के नाम पर सजा प्रतिबंधित पटाखों का बाजार

ग्रीन पटाखों के नाम पर सजा प्रतिबंधित पटाखों का बाजार

अवनीश शर्मा 

- 30 से ज्यादा दुकान लगाकर करोड़ों के प्रतिबंध पटाखे की बिक्री जारी

- कितने लोगों को पटाखा बिक्री की दी गई अनुमति पुलिस को नहीं जानकारी

- सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन

थानाभवन- प्रतिबंधित पटाखों का बाजार लगाकर खुलेआम प्रतिबंधित पटाखे की बिक्री की जा रही है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। जब थानाभवन पुलिस से जानकारी मांगी गई तो पुलिस का कहना है कि उन्हें यह भी जानकारी नहीं है कि कितने दुकानदारों को पटाखा बेचने की अनुमति दी गई है।

यूं तो देश की राजधानी में हवा के जहरीले होने पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेकर सरकार को भी कड़ी फटकार लगाई है कि पंजाब उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यो में सरकार पराली जलाने को क्यों नहीं रोक पा रही है, लेकिन प्रतिबंधित पटाखों के बिक्री पर रोक होने के बावजूद भी ग्रीन पटाखे के नाम पर ली गई अनुमति की आड़ में थानाभवन में जमकर प्रतिबंधित पटाखा बेचा जा रहा है। थानाभवन के संत बूढ़ा बाबू तालाब के पीछे मैदान में 30 से ज्यादा ऐसी दुकानें लगाई गई हैं जिन पर बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित पटाखे बेचे जा रहे हैं। एक भी ऐसा दुकानदार दिखाई नहीं दिया जिनके पास ग्रीन पटाखे मौजूद हो। जब इस बारे में थानाभवन पुलिस से जानकारी मांगी गई की कितने लोगों को पटाखा बेचने की अनुमति दी गई है। इस मामले में थाना प्रभारी से लेकर कस्बा इंचार्ज तक ने सही जानकारी होने से इनकार कर दिया कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि कितने लोगों को अनुमति दी गई है। वहीं जब थाना प्रभारी से यह बात पूछी गई की ग्रीन पटाखे की अनुमति दी गई है या प्रतिबंधित पटाखे को बेचने की अनुमति दी गई है तो थाना प्रभारी ने बताया कि जो नियमानुसार अनुमति दी गई है।

अवैध पटाखा भंडारण की छापेमारी हवा हवाई

अवैध पटाखा भंडारण को लेकर दीपावली से पहले पुलिस की कई टीम ने कस्बे में खूब छापेमारी की एक आध जगह पर खाना पूर्ति की कार्रवाई की गई, लेकिन कंही भी बड़े भंडारण को पकड़ने में पुलिस सफलता हासिल नहीं कर पाई। जबकि रातों-रात थानाभवन में पटाखा बाजार में बड़ी मात्रा में पटाखे बिक्री के लिए आ गए। यह पुलिस की छापेमारी पर भी सवाल खड़ा करता है।

पराली के नाम पर किसानों पर कार्रवाई पटाखों पर छूट

पुराली जलाने को लेकर प्रदूषण फैलाने के मामले में किसानों पर मुकदमे से लेकर जुर्माने तक खूब लगाए जा रहे हैं और किसानों को जमकर दोषी ठहराया जा रहा है कि किसान पराली जलाता है तो प्रदूषण फैलता है। जिससे हवा जहरीली हो रही है, लेकिन प्रतिबंधित एवं जानलेवा धुआं और जहरीली गैस छोड़ने वाले पटाखों का बाजार खुलेआम लग रहा है जिस पर प्रशासन की कोई रोक नहीं है। हालांकि पुलिस अधीक्षक अभिषेक एवं एडीएम संतोष सिंह ने प्रतिबंधित पटाखे बिल्कुल भी बिक्री न किए जाने के आदेश पारित किए हैं।