उरई में बिना परमीशन के जगह जगह बिकी आतिशबाजी, शुक्र है! मथुरा जैसा कांड नही हुआ
दुकानदारों ने चलाई मनमर्जी, दोगुने से लेकर चार गुने दाम लगाए
उरई। आतिशबाजी बिक्री करने के लिए भी शाशन प्रशासन द्धारा नियम जारी किए गए है लेकिन दीवाली के मौके पर इन नियमो का कोई पालन नही किया गया, जमकर मनमर्जी के हिसाब से पटाखा की बिक्री की गई।
नगर में जगह जगह आतिशबाजी की दुकाने सजी नज़र आई। दीवाली के मौके पर हर वर्ग आतिशबाजी खरीदता है इसलिए मनमर्जी के हिसाब से दुकानदारो ने पटाखा की बिक्री की साथ ही मनमर्जी से दाम लगाए। बहुत से आतिशबाजी दोगने, तिगुने यहां तक चार गुने दाम पर भी बेची गई।
गौरतलब हो कि लाइसेंस धारक ही आतिशबाजी की बिक्री कर सकता है और उन्हें भी कई नियमो का पालन करना होता है, भीड़भाड़ वाले इलाकों में आतिशवाजी बेचना पर रोक है, बाबजूद शहर के राजेन्द्र नगर, पटेल नगर, लहरियापुरवा, बजरिया, करमेर रोड, शांति नगर, इंद्रा नगर सहित कई मोहल्लों में खुलेआम आतिशबाजी की बिक्री की गई।
अधिकारियों की लापरवाही कहें या सेटिंग गेटिंग ऐसी दुकानों पर नज़र नही डाली गई अन्यथा की स्थिति में जगह जगह बारूद बड़ी मात्रा एकत्रित नही हो पाती। हालांकि शुक्र है कि कोई बड़ा हादसा कहीं अभी तक घटित भी हुआ अन्यथा की स्थिति में फायदे से ज्यादा नुकसान हो जाता है। दीवाली के दिन मथुरा में जो हुआ वो शायद कोई भूल पायेगा, यहां पर पटाखा की दुकानो में भीषण आग लग गई और नुकसान के साथ ही कई लोग झुलस गए।