दाहा गाँव के जंगल में शावक सहित दिखा तेंदुआ, पंजे के निसान पर असमंजस, गश्त बढी, किसानों में दहशत

दाहा गाँव के जंगल में शावक सहित दिखा तेंदुआ, पंजे के निसान पर असमंजस, गश्त बढी, किसानों में दहशत

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बड़ौत। तहसील क्षेत्र के दाहा गांव के जंगल में शावक के साथ देखा गया एक तेंदुआ । देखते ही ग्रामीणों में बढी दहशत , जिसके कारण अब खेतों में जाने से भी घबराने लगे हैं। इतना ही नहीं ग्रामीण लाठी डंडों के सहारे पशुओं के लिए खेतों में चारा लेने जा रहे हैं इकठ्ठे होकर ।नलकूपों पर भी सामूहिक रूप से तथा लाठी डंडे आदि लेकर जाने को मजबूर हैं । 

खेतों में काम कर रहे किसानों ने रविवार की दोपहर में शावक के साथ तेंदुए को देखा ,तो किसानों के होश उड़ गए । सूचना पाकर किसान लाठी डंडों से लैस होकर खेतों में पहुंचे तथा तेंदुए को तलाश किया ,मगर तेंदुआ गन्ने के खेतों में छुप गया। 

शैलेंद्र चौधरी बिल्लू चौधरी सुनील चौधरी प्रदीप चौधरी इलियास शौकीनपाल रमेश धर्मपाल चौधरी देवेंद्र पंवार सुरेश पंवार मनोज पवार रविंद्र पवार धर्मपाल सिंह आदि किसानों का कहना है कि ,जंगल में तेंदुए को देखा गया है। वन विभाग की टीम ने भी जंगलों में जाकर छानबीन की है ,मगर तेंदुआ हाथ नहीं लगा। तेंदुए के पंजे के निशान खेतों में देखे गए हैं ,इसकी जांच भी की जा रही है। मामले में दरोगा राहुल कुमार का कहना है कि, किसानों द्वारा दिखाए गए पंजे कुत्ते के भी हो सकते हैं । जांच के बाद ही पता लगेगा कि, यह पंजे तेंदुए के हैं या कुत्ते के। फिर भी किसानों को सावधान रहने के लिए वन विभाग की टीम ने सचेत किया है तथा वन विभाग की टीम भी जंगलों में तेंदुए की तलाश में गश्त कर रही है, मगर अभी तक तेंदुए का कोई अता पता नहीं लग रहा है।