दहेज हत्या के मामले में दोष सिद्ध होने पर चार को सजा।
चित्रकूट ब्यूरो: दहेज मृत्यु के मामले में दोष सिद्ध होने पर न्यायालय ने मृतका के पति, देवर, सास समेत चार लोगों को आठ-आठ वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही सभी को आठ-आठ हजार रुपये के अर्थदण्ड से भी दण्डित किया है।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता गोपालदास ने बताया कि राजकुमार पाण्डेय ने पहाड़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस को दी गई तहरीर में शिकायतकर्ता ने कहा था कि उसने अपनी बेटी प्रीति की शादी पहाड़ी थाने के पचोखर गांव के निवासी श्रवण कुमार उर्फ कृष्ण कुमार के साथ बीती 10 दिसम्बर 2020 को की थी। शादी में मिलने वाले दहेज से ससुरालीजन संतुष्ट नहीं थे और उसकी बेटी से दो लाख रुपये और एक मोटरसाईकिल की मांग को लेकर प्रताड़ित करते थे। इसकी जानकारी उनकी बेटी ने फोन से दी थी। इसके बाद 18 सितम्बर 2021 को उनके गांव का रज्जू चतुर्वेदी पचोखर गया। जहां घर के अंदर प्रीति का शव चादर से ढका मिला और ससुराली जन गायब थे। इसकी जानकारी मिलने पर मृतका के मायके पक्ष के लोग पचोखर पहुंचे और ससुरालीजनों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के पश्चात न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया था। बचाव और अभियोजन पक्ष के अधिवक्ताओं की दलीलें सुनने के बाद शुक्रवार को त्वरित न्यायालय के अपर सत्र न्यायाधीश नीरज श्रीवास्तव ने निर्णय सुनाया। जिसमें दोष सिद्ध होने पर मृतका के पति श्रवण कुमार उर्फ कृष्ण कुमार, देवर आनंद मिश्रा, सास गौरा देवी व रमाशंकर मिश्रा को आठ-आठ वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई। साथ ही आठ-आठ हजार रुपये के अर्थदण्ड से भी दण्डित किया गया।