चित्रकूट -जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
लापरवाह चिकित्सक डाक्टरो का फ़रवरी माह का रोका जाए वेतन।
मीटिंग के दौरान धीमी प्रगति एवं स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही मिलने पर जिलाधिकारी का पारा चढ़ा सातवें आसमान पर।
जिलाधिकारी ने गत बैठक की कार्यवृत्त का अनुमोदन व पूर्व बैठक में लिए गए निर्णय के अनुपालन आख्या कि समीक्षा की, बैठक में प्रसव इकाईयों पर उपलब्ध मानव संसाधन,एल-वन फैकल्टी, एफ आर यू, डिलेवरी, एसएनसीयू, एनआरसी, स्टील बर्थ एवं इकाई पर मृत नवजात शिशु की स्थिति, गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन एवं उपचार की स्थिति, एमआर उन्मूलन विशेष टीकाकरण, ई-कवच पोर्टल पर डाटा फीडिंग, फैमिली प्लानिंग, हेल्प डेस्क बोर्ड, मंत्रा ऐप, कार्यरत आशाओ कि स्थिति, प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, आयुष्मान कार्ड, पब्लिक गवर्नेश आदि बिंदुओं पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने *प्रभारी चिकित्साधिकारी मानिकपुर को निर्देश दिए कि शल्यक डॉ विद्यासागर को सीएससी मानिकपुर से तत्काल संयुक्त जिला चिकित्सालय में प्रशिक्षण हेतु भेजा जाए मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि इनका फरवरी माह का वेतन रोका जाए तथा निश्चेतक डॉ सत्येंद्र सिंह द्वारा अभी तक मेडिकल बोर्ड के समक्ष उपस्थित नहीं हुए इनका भी फरवरी माह का वेतन रोका जाए*। सीएससी रामनगर में भी पर्चे कंप्यूटराइज बनाए जाएं, प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि जहां पर आशा का चयन अभी नहीं हुआ है उसे तत्काल कराएं, मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि जो हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के निर्माण होकर हैंडोवर हो चुके हैं उनमें स्वास्थ सुविधाओं का संचालन कराया जाए, *बीपीएम मानिकपुर को सख्त निर्देश दिए कि गत बैठक में दिए गए निर्देश के क्रम में सभी लाभार्थियों को जननी सुरक्षा योजना का भुगतान अभी तक क्यों नहीं कराया गया है नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि प्रभारी चिकित्साधिकारी मानिकपुर को नोटिस दें तथा बीपीएम का मानदेय रोका जाए*, सीएमओ से कहा कि सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों की बैठक करके जो स्वास्थ्य केंद्रों के लिए डेस्कटॉप कंप्यूटर यूपीएस प्रिंटर बारकोड स्कैनर टेबलेट आदि सामग्री क्रय करके दी गई है उसका सही तरीके से संचालन कराया जाए उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि जो सामग्री कार्य के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर दी गई है उसका उसी प्रकार से उपयोग कराएं, उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि जो स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए शासन से धनराशि दी गई है उसमें शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार कराया जाए, प्रभारी चिकित्साधिकारियों से कहा कि एएनएम, आशा, व सीएचओ द्वारा कितने इन्सेंटिव फोल्डर बनाए गए हैं उसकी सूचना उपलब्ध कराएं ताकि ग्रेडिंग कराई जा सके तथा अगली बैठक में डाटा शामिल कराया जाए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि जो सीएससी पहाड़ी व रामनगर के अंतर्गत ग्रामों में आशाओं का चयन किया गया है उसमें अपने स्तर से रेंडम चेकिंग कराएं की चयन सही किया गया है कि नहीं, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी नगर से कहा कि अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी के साथ समन्वय स्थापित करके स्वास्थ्य कर्मियों को लगाकर वार्ड वार आरटीपीसीआर की जांच कराई जाए। मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जो संविदा कर्मचारी कार्य कर रहे हैं उनका मानदेय कार्यों की गुणवत्ता व पूर्व निर्धारित शर्तों के आधार पर दिया जाए। तथा जो वार्षिक वेतन वृद्धि के लिए शासन से दिशा निर्देश दिए गए हैं उसी के अनुसार कराएं।डीपीएम से कहा कि जो संविदा कर्मी लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं उसके लिए पत्र बनाकर डीएचएस की बैठक में रखकर शासन को पत्र लिखकर भेजा जाए, अगर आपके द्वारा यह सूचना समय से नहीं दी गई तो मैं आपके खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा। *मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से कहा कि डॉ उषा द्वारा चिकित्सालय में सिजेरियन नहीं की जा रही है इनके खिलाफ शासन को पत्र भेजे तथा वेतन भी रोका जाए, और आपके अधीनस्थ जो चिकित्सक कार्य कर रहे हैं उनको सिजेरियन के लिए माह का लक्ष्य देकर कराएं नहीं तो मैं आपके खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा*। आयुष्मान कार्ड की प्रगति बढ़ाई जाए, जिन सीएचओ द्वारा माह में 19 दिन से कम कार्य किया गया है उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लव प्रकाश यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार शर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी श्री लाल जी यादव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आर के करवरिया सहित संबंधित अधिकारी,अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।