अन्नदाता की नही हुई सुनवाई,धरने पर डटे किसान

खेत पर जाने का रास्ता अंडरपास एवं सिंचाई के लिए नाली की मांग पर अड़े किसान

अन्नदाता की नही हुई सुनवाई,धरने पर डटे किसान

अन्नदाता की नही हुई सुनवाई,धरने पर डटे किसान

हाईवे में जमीन हुई थी अधिग्रहण रास्ते को लेकर कर रहे हैं मांग

खेत पर जाने का रास्ता अंडरपास एवं सिंचाई के लिए नाली की मांग पर अड़े किसान

कई बार अधिकारियों को दे चुके हैं प्रार्थना पत्र नहीं हुई सुनवाई

अनिश्चितकालीन धरने पर डटे किसान

थानाभवन- शामली अंबाला ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे में जमीन अधिग्रहण होने के बाद खेत पर जाने के लिए रास्ते पानी की नली अंडरपास की मांग को लेकर सुनवाई न होने पर घर की महिलाओं सहित किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये। किसानों का कहना है कि अधिकारियों के पास जाकर समस्या के समाधान की मांग कर चुके हैं, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश महासचिव ने भी किसानों के धरने का समर्थन किया है।

शामली से अंबाला तक बन रहा शामली अंबाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में थानाभवन क्षेत्र के गांव लतीफगढ़ एवं अन्य कुछ किसानों की जमीन अधिग्रहण हुई थी। किसानों की जमीन से एक्सप्रेसवे बीच खेत से होकर गुजरने से कुछ किसानों की जमीन का कुछ हिस्सा हाईवे की दूसरी ओर और कुछ हिस्सा हाईवे की एक तरफ बच गया। किसान पिछले काफी समय से जनपद के आलाधिकारियों से प्रार्थना पत्र देकर यह मांग कर चुके हैं कि जमीन अधिग्रहण के बाद बचे हुए उनके खेत के हिस्से पर उन्हें फसल बोने के लिए फसल की ढुलाई के लिए एवं सिंचाई के लिए सर्विस रोड अंडरपास एवं सिंचाई की नली की आवश्यकता है, लेकिन कई बार प्रार्थना पत्र देने पर कोई सुनवाई न होने से नाराज सैकड़ो की संख्या में प्रभावित किसानों के परिवार के साथ धरने पर बैठ गए। किसानों का कहना है कि उन्होंने कई बार आला अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। वह अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट कर थक चुके हैं। अब मजबूरी वश धरने पर बैठना पड़ा है। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा। वह धरने पर डटे रहेंगे। भरी गर्मी में किसानों के परिवार की महिलाएं एवं बच्चे और किसान लोग धरने पर बैठे हैं। किसानों की धरने करने की सूचना पर राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश महासचिव एवं शामली के पूर्व रालोद जिला अध्यक्ष मुकेश सैनी भी किसानों के बीच पहुंचे उन्होंने किसानों की बात को सुनते हुए किसानों के धरने का समर्थन किया है और प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग की है। वहीं किसानों ने धरने के दौरान हाईवे का काम भी रुकवा दिया। काम रुकवाने से हाईवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लिखित में समस्या का प्रार्थना पत्र देने की बात कही, लेकिन किसानों का कहना है कि हमें प्रशासनिक अधिकारियों एवं एनएचआई के मुख्य अधिकारियों द्वारा ठोस एवं लिखित आश्वासन चाहिए। किसान अपनी समस्या के लिए धरने पर अड़े हैं किसानों का कहना है कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा वह धरने से नहीं हटेंगे। हालांकि संबंध में खबर लिखे जाने तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी किसानों के बीच नहीं पहुंचा था। इस अवसर पर किसान नीरज, लोकेश, अर्जुन जगदीश, अतरा, प्रवीण,मीनाक्षी,सलेक चंद,महेंद्र सिंह,सूरज, आदि मौजूद रहे।