स्कूल मैनेजमेंट ने बताया उनके स्कूल को षड्यंत्र रचकर बदनाम करने की कोशिश
फीस नही जमा करने की परीक्षा देने से रोकने के मामले की हकीकत आई सामने
फीस नही जमा करने की परीक्षा देने से रोकने के मामले की हकीकत आई सामने
- अभिभावक ने लिखित में बताया कि फीस जमा नहीं कर पाने के कारण दिया गया ऐसा बयान
- स्कूल मैनेजमेंट ने बताया उनके स्कूल को षड्यंत्र रचकर बदनाम करने की कोशिश
अवनीश शर्मा
थानाभवन फीस नहीं जमा करने को लेकर बच्चों को परीक्षा देने से रोका गया।पिछले कई दिनों से यह मामला चर्चा का विषय बना है। इस संबंध में जब शामली जनपद के थानाभवन में स्थित दिव्या पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य से मिलकर जानकारी की गई तो प्रधानाचार्य पुनीता मिश्रा के द्वारा बताया गया कि उनके स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चे उनके अपने बच्चों की तरह हैं और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी भी हमेशा अभिभावकों के साथ तालमेल मिलाकर काम करती है। कुछ समाचार पत्रों एवं खबरों में गलत तथ्यों एवं अधूरी जानकारी के साथ खबरों को गलत तरीके से प्रकाशित किया गया। जिससे उनके स्कूल के साथ-साथ बच्चों की भी मान प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। उन्होंने इस संबंध में आरोप लगाने वाले कई अभिभावकों से भी वार्ता की है। उन्होंने लिखित में उन्हें जानकारी उपलब्ध कराई है कि उनके बच्चों इस सत्र की की लगभग 50 हजार रुपया फीस बकाया चल रही थी। उन्होंने सोशल मीडिया में चल रही चर्चा को लेकर बोल दिया था कि मेरे बच्चों को भी फीस को लेकर परेशानी है। जिसके बाद इस संबंध में कुछ लोगों द्वारा उनके वक्तव्य को अपने हिसाब से रिकॉर्ड करके चलाया गया जो बिल्कुल निराधार एवं गलत है। अभिभावक ने बताया कि उनके बच्चे स्कूल में आराम से पढ़ रहे हैं। उन्हें कोई परेशानी नहीं है। वहीं प्रधानाचार्य पुनीता मिश्रा ने बताया कि लगभग ₹50000 का एक अभिभावक के तीन बच्चों पर बकाया चल रहा था। उन्होंने बताया कि वह जल्द ही बकाया शुल्क को जमा करा देंगे। अभिभावक के द्वारा किए गए निवेदन को भी स्कूल ने स्वीकार कर लिया है। वही इस संबंध में मामला चर्चा का विषय बना था कि स्कूल द्वारा बच्चों को फीस जमा ना होने के परीक्षा से वंचित रखा गया। जबकि खुद अभिभावक ने बताया कि ना तो उनके बच्चों को क्लास से बाहर निकाला गया और ना ही उनकी परीक्षा को रोका गया। प्रधानाचार्य ने बताया कि स्कूल में बच्चों के टेस्ट चल रहे थे सभी बच्चों की परीक्षा इससे पहले ही पूरी चुकी थी। उन्होंने बताया कि स्कूल के संबंध में जो भी खबरें सामने आई हैं वह बिल्कुल निराधार एवं तथ्यहीन है।