दिल्ली नहीं अयोध्या होनी चाहिए भारत की राजधानी, यहीं पर बैठे संसद, जिसमें हो राम दरबार की मूर्ति

दिल्ली नहीं अयोध्या होनी चाहिए भारत की राजधानी, यहीं पर बैठे संसद, जिसमें हो राम दरबार की मूर्ति

रामनगरी अयोध्या के नयाघाट पर बुधवार को भारत महापरिवार पार्टी की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर पार्टी का नया कार्यालय भी खोला गया। बैठक को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए जगद्गुरु परमहंसाचार्य ने कहा कि वेदों, पुराणों में भारत की राजधानी अयोध्या रही है। अब वक्त आ गया है एक बार फिर से अयोध्या को ही भारत की राजधानी बनाया जाए। 



उन्होंने कहा कि रामराज्य की तर्ज पर संसद भवन अयोध्या में बनना चाहिए। उस संसद भवन में रामदरबार की भव्य मूर्ति स्थापित होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग है कि अयोध्या को जल्द से जल्द भारत की राजधानी बनाया जाए। यह देश के संस्कृति और विरासत से जुड़ा मुद्दा है। 



पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंबरीश देव गुप्ता ने कहा कि संस्कार व संस्कृति को बचाना है। अयोध्या की माटी और सरयू जल को भारत के कोने-कोने में हर घर पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या भारत की राजधानी बने। 

इसका संकल्प जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए पूरे देश में अभियान चलाया जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धनंजय सिंह, राष्ट्रीय महासचिव कंचन शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष यूपी शैलेंद्र पाठक, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अमरनाथ मिश्रा, राष्ट्रीय सचिव दिलीप मौर्य, राकेश चौधरी आदि ने भी विचार रखे।