दारोगा की काली करतूत आई सामने रात में महिला सिपाही को बुलाता था अकेले
कटघर सर्किल के थाने में तैनात दारोगा की करतूतों ने खाकी को फिर दागदार किया है। बीते कई माह से दारोगा के किस्से पुलिस विभाग में गूंज रहे थे। आरोप है कि दारोगा रात में महिला सिपाही को अकेले बुलाता था।
थाने में तैनात महिला सिपाहियों ने डीजीपी और महिला आयोग को गोपनीय शिकायत भेजी, तो अफसर हरकत में आए।
सोमवार देर रात दारोगा जितेन्द्र कुमार को लाइन हाजिर करने के साथ ही जांच के आदेश दिए हैं। कटघर सर्किल के थाना में तैनात दारोगा की हरकतों से महिला सिपाहियों के साथ ही फरियादी भी परेशान थे।
सिर्फ महिला सिपाही ही सुनेंगी महिलाओं की फरियाद
शासन का आदेश है कि महिलाओं की परेशानियों को केवल महिला सिपाही ही सुनेगी। लेकिन इसके बाद दारोगा थाने में आने वाली प्रत्येक महिला की शिकायत स्वयं बंद कमरे में लेकर सुनवाई करता। कई बार फरियादियों ने भी दारोगा के संबंध में शिकायत कीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बाद थाने में तैनात चार महिला सिपाहियों ने साक्ष्यों के साथ पुलिस के उच्च अधिकारियों को शिकायत की।
महिला सिपाहियों के भेजे शिकायत पत्र में वाट्सएप चैट के स्क्रीन शाट भी साक्ष्य के रूप में भेजे। आरोपित दारोगा रात करीब 12 बजे महिला सिपाही को मैसेज भेजता है और लिखता है कि वह उसकी मर्जी के हिसाब से ड्यूटी लगा देगा। लेकिन, अकेले में आकर मिले।
महिला सिपाही को रात में करता था काल
महिला सिपाही रात में काल करने को लेकर मना करती है। अकेले में मिलने का कारण भी पूछती है। लेकिन दारोगा कोई जवाब नहीं देता है। इस मामले का संज्ञान लेकर एसएसपी हेमराज मीना ने तत्काल आरोपित दारोगा को लाइन हाजिर करने का आदेश जारी करते हैं। इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच सीओ कटघर शैलजा मिश्र को करने के निर्देश दिए हैं।
सीओ कटघर ने बताया कि एक शिकायती पत्र मिला है। जिसमें दारोगा के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। निष्पक्ष जांच के लिए दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
एक साल पहले भी की गई थी शिकायत
दारोगा की हरकतों से परेशान महिला सिपाहियों ने पूर्व में भी गोपनीय शिकायत पुलिस के उच्च अधिकारियों से की थी। उस दौरान कोई भी महिला सिपाही बयान देने के लिए सामने नहीं आई थीं। जिसके कारण इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। इस बार महिला सिपाहियों ने साक्ष्य के साथ शिकायत की है। हालांकि अफसरों के पास जो शिकायत भेजी गई थी, वह उसमें चार महिला सिपाहियों के नाम लिखे हुए हैं। लेकिन यह पत्र उनके द्वारा भेजने की पुष्टि नहीं हुई है।