लेखपाल और व्यक्तिगत सहायक पर प्राकृतिक झील व किसानों की भूमि को कब्जे का आरोप 

लेखपाल और व्यक्तिगत सहायक पर प्राकृतिक झील व किसानों की भूमि को कब्जे का आरोप 

किसानों ने लगाई उच्च अधिकारियों से जमीन को कब्जा मुक्त करने की गुहार


गढ़मुक्तेश्वर।
तहसील क्षेत्र के गांव कोथला खादर व बांगर पहले से ही सुर्खियों में रहा है।जहां दबंगों द्वारा अवैध कब्जें करने की शिकायतें होती रहती हैं। तहसील में कार्यरत लेखपाल व व्यक्तिगत लेखपाल पर कोथला खादर की प्राकृतिक झील की भूमि को मोटी रकम लेकर बेचने व फर्जी रजिस्ट्री की जमीनों का बैनामा कराकर अपनी मन मर्जी से किसानों की जमीन हथियाने का आरोप लगा किसानों ने हल्का लेखपाल अनुज कुमार व व्यक्तिगत सहायक बिट्टू त्यागी सहित कई लोगों पर आरोप लगाया आरोपी लेखपाल की जनपद व प्रदेश के आला अधिकारियों से शिकायत की है।शिकायतकर्ता किसान मुन्ने, शहादत,शान मौहम्मद,नबाबूदीन विजयपाल अरमान इज़हार अली मुनकाद अली,नंदकिशोर,
इस्तेकार,सतवीर सिंह,राशिद,इफ्तेकार,चन्द्रकला रिहाना पत्नी इरशाद आदि ने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि लेखपाल अनुज कुमार,उसके व्यक्तिगत सहायक बिट्टू त्यागी दबंग लोगों को साथ मे लेकर कोथला खादर की प्राकृतिक भूमि व किसानों की भूमि पर मोटी रकम लेकर कब्जा कराने व खुद अपने परिवार के सदस्यों के नाम किसी अलग खेती की भूमि का बैनामा कराकर किसानों की फसली भूमि पर कब्जा करने में लगे हैं।और लेखपाल साहब की तानाशाही तो देखो खुद अपनी पत्नी के नाम ही क्षेत्र के जंगल मे सस्ते रेटों की भूमि का बैनामा करा डाला।और किसानों की ऊँचे दामों की जमीन पर कब्जा करने चल निकले।इतना ही नही आरोप ये भी है कि प्राकृतिक झील की भूमि के पट्टो को शासन स्तर से निरस्त कर दिए गए थे।निरस्त हुए पट्टों को कागजों में भूमिधर का दर्जा दिलाकर उन्हें मोटी रकम में बेचा जा रहा है।उक्त मामलों में पीड़ित किसानों ने जांच कर कार्यवाही की मांग की है।अब देखने की बात ये है कि जनपद व प्रदेश के अधिकारी जांच कर क्या कार्यवाही करते हैं।