सड़क पर गड्ढे देखने हो तो रामराज आइए, गिनते गिनते थक जाएंगे मगर गड्ढे खत्म नहीं हो पाएंगे

सड़क पर गड्ढे देखने हो तो रामराज आइए, गिनते गिनते थक जाएंगे मगर गड्ढे खत्म नहीं हो पाएंगे

बहसूमा। योगी सरकार बनते ही प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का खूब डिंडोरी पीटा गया कहीं यह दावे पूरे हुए तो कहीं कागजों में ही सड़क को गड्ढा मुक्त घोषित कर दिया गया मुख्य राजमार्गों की दुरुस्त करने की बात छोड़िए हाईवे रोड तक सलामत नहीं है कुछ ऐसा ही हाल राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 119 बहसूमा से रामराज मार्ग का है आलम यह है कि यहां लोग सड़क पर गड्ढों की जगह गड्ढों में सड़क खोजते नजर आते हैं। प्रदेश भर में सड़कों को दुरुस्त करने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।लेकिन राहगीर टूटी-फूटी सड़कों से ही गुजरने को मजबूर होना पड़ रहा है। लेकिन अभी राहगीरों की राह आसान करने के लिए कोई पहल नहीं हो सकी है सड़क में बने गहरे गड्ढे उखड़ी पड़ी बजरी राहगीरों की राह में रुकावट पैदा कर रही हैं रामराज से बहसूमा तक राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 119 मार्ग बदहाल है जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।और गड्ढों में पानी भरा हुआ है। रामराज से बहसूमा तक मार्ग बुरी तरह बदहाल है कदम कदम पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं और गड्ढों में पानी भरा हुआ है। स्थिति यह है कि पथरीले कावड़ मार्ग और सड़क पर पड़े कंकड़ पत्थर और बड़े-बड़े गड्ढों पर अधिकारियों का ध्यान नहीं गया है।ऐसे में राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

क्या कहते हैं क्षेत्रवासी

भारतीय किसान यूनियन तोमर के जिलाध्यक्ष सनी चौधरी का कहना है कि सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है।सड़क की डामर सिर्फ शोभा बढ़ा रही है।असल में यह मार्ग कच्ची सड़क से भी बद्तर स्थिति में है।जल्द से जल्द इस मार्ग का नवनिर्माण किया जाना चाहिए।

प्रबंधक सचिन चौधरी का कहना है कि सड़क की हालत बदहाल स्थिति में है जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। सड़क में बने गड्ढों में पानी भर गया है। जिससे आवाजाही में बेहतर परेशानी हो रही है। जिसमें वाहन चालक कई बार गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं इस और नेताओं को ध्यान देना चाहिए।

ग्रामीण प्रभात देशवाल का कहना है कि इस मार्ग में डामर कम मिट्टी ज्यादा दिखाई दे रहे हैं मार्ग के मरम्मत के अभाव में पूरी तरह जर्जर हो चुका है। जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं स्कूली बच्चों से सहित किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। मार्ग का नवनिर्माण होना अति आवश्यक है।

काम न आई जनप्रतिनिधियों तक दौड़

रामराज से बहसूमा तक की सड़क की बदहाली दूर करने के लिए क्षेत्रवासी अफसरों से लेकर मंत्री विधायकों के दरबार तक दौड़ लगा चुके हैं इसके बावजूद अब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है हर चुनाव में जनप्रतिनिधि सड़क बनवाने के वादे का हवाई जहाज उड़ते हैं बावजूद अब तक सड़क निर्माण का मसला 1 इंच आगे नहीं बढ़ पाया है।