किशोर की मौत के आरोपी झोलाछाप चिकित्सक का क्लीनिक सील, स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी चिकित्सक मिला नदारद
••इंजेक्शन देने वाले नर्सिंग होम को भी दिया नोटिस
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा।कस्बे में गलत इंजेक्शन से किशोर की मौत के मामले के आरोपी झोलाछाप चिकित्सक के क्लीनिक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सील कर दिया है, जबकि आरोपी, चिकित्सक टीम को ढूंढे से भी नहीं मिला। वहीं किशोर के परिजनों ने आरोपी चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कस्बे की लाइनपार बस्ती में अनुज परिवार के साथ रहता है। दो नंवबर को अनुज के 13 वर्षीय पुत्र सौरभ को उल्टी दस्त हुए थे। परिजन उसे पास के ही एक झोलाछाप चिकित्सक के यहां उपचार के लिए ले गए थे, जहां झोलाछाप चिकित्सक ने उसको इंजेक्शन लगाया था, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई थी। घर पहुंचने पर उसकी मौत हो गई थी। नाराज परिजनों ने क्लीनिक के बाहर हंगामा काटा था। चिकित्सक क्लीनिक बंद करके फरार हो गया था। हादसे के बाद से बस्ती के लोगों में आक्रोश पनपा हुआ है। उन्होंने आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी।
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के टीम आरोपी चिकित्सक के क्लीनिक पर पहुंची। चिकित्सक वहां नहीं मिला। क्लीनिक पर भी ताला लटका हुआ मिला। टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया। टीम प्रभारी डा ताहिर ने बताया कि किशोर को उपचार के लिए एक नर्सिंग होम में भी ले जाया गया था, वहां पर भी जांच की गई ,लेकिन वहां भी चिकित्सक नहीं मिला। उसे नोटिस जारी कर दिया गया है। बताया कि ,उन्होंने मृतक किशोर के परिजनों से भी वार्ता की। उन्होंने झोलाछाप चिकित्सक के साथ उक्त नर्सिंग होम के चिकित्सक द्वारा भी किशोर को इंजेक्शन दिए जाने की जानकारी दी है। लेकिन उस नर्सिंग होम में किशोर के उपचार का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। इसलिए वहां के प्रभारी चिकित्सक को नोटिस जारी किया गया है।