आतिशबाजी के दौरान 10 वर्षीय बालक गंभीर घायल व युवक की मौत

सहारनपुर जनपद के तीतरों गांव में दिवाली के मौके पर हुई आतिशबाजी एक दर्दनाक हादसे में बदल गई, जब 10 वर्षीय मयंक लोहे की नाल से पटाखा छोड़ते समय गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार, मयंक ने गंधक और पोटाश से बने विस्फोटक मिश्रण को लोहे की नाल में भरकर पटाखा चलाने का प्रयास किया। अत्यधिक विस्फोटक मात्रा के कारण नाल फट गई, और विस्फोटक पदार्थ मयंक के पेट को आरपार कर गया। घटना के बाद मयंक को तुरंत गंगोह सीएचसी ले जाया गया, जहाँ से उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया गया।

मयंक के परिजनों ने बताया कि गांव के अन्य बच्चों के साथ मयंक भी आतिशबाजी कर रहा था और उसी दौरान यह दुर्घटना हुई। ग्रामीणों का कहना है कि तीतरों और आसपास के गांवों में विस्फोटक पदार्थ की बिक्री हो रही है, जिससे नाल से पटाखा छुड़ाने का खतरनाक चलन बढ़ रहा है। प्रशासन इस पर रोक लगाने में असफल रहा है, जिसके चलते ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

बिजनौर में बारूद और बजरी से हादसा, युवक की मौत

दूसरी ओर, बिजनौर के नंदपुर गांव में भी एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। दीपावली के दिन 19 वर्षीय शिवकुमार परिजनों के साथ घर के बाहर खड़ा था, तभी एक युवक ने बारूद और बजरी को हथौड़ी में भरकर पटका दिया। इसके चलते निकली बजरी के छर्रे शिवकुमार के शरीर को चीरते हुए निकल गए। गंभीर रूप से घायल शिवकुमार को आनन-फानन में निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपी युवक की गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के हादसों से बचाव के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।