भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी सड़क

ब्यूरो अवनीश शर्मा 

- घटिया सामग्री एवं मानक के विरुद्ध सड़क निर्माण

- बरसात के समय दर्जनों गांव की लाइफ लाइन बनती है या सड़क

- किसानों ने कहा मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र भेजकर करेंगे कार्रवाई की मांग

थानाभवन- बरसात के समय में दर्जनों गांव के लिए लाइफ लाइन का काम करने वाली एवं बजाज शुगर मिल तक जाने वाली सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। मानक को ताक पर रखकर बिना पुरानी सड़क उखाड़े एवं नाम मात्र पत्थर डालकर सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। सड़क के घटिया निर्माण को लेकर किसानों ने नाराजगी जाहिर की है। इससे पहले भी वर्षों पूर्व बनी यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने के कारण निर्माण होते ही टूट गई थी।

योगी सरकार भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लाख दावे कर ले लेकिन सरकार के नुमाइंदों के लालच के चलते भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसा ही मामला शामली जनपद के थानाभवन क्षेत्र में सामने आया है। थानाभवन किसान इंटर कॉलेज के बराबर से बजाज शुगर मिल के पीछे से होकर गांव रशीद गढ़ को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण चल रहा है। इस सड़क पर बिना पुरानी सड़क को उखाड़े ही गड्ढों में नाम मात्र बारीक पत्थर डालकर खानापूर्ति की जा रही है और सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इससे पूर्व भी करीब 10 साल पहले गन्ना विभाग के द्वारा सड़क का निर्माण कराया गया था। उस समय ठेकेदार द्वारा सड़क में घटिया सामग्री लगाने का विरोध किसानों ने किया था, लेकिन शिकायत के बावजूद भी रात्रि के समय में ठेकेदार सड़क का निर्माण कर मौके से फरार हो गया था। घटिया सामग्री से सड़क का निर्माण करने के मामले में शिकायत के बाद कई बार जांच तो हुई और कड़ी कार्रवाई के आदेश भी दिए गए। तत्कालीन गन्ना मंत्री सुरेश राणा से भी मामले की शिकायत की गई थी। जिसके बाद सड़क की रिपेयरिंग की गई, लेकिन मामला कागजी खानापूर्ति तक ही सीमित रहा। पिछले लगभग 6 वर्षों से सड़क काफी खस्ताहाल में थी कई बार सड़क को बनाने की मांग की गई अब सड़क का निर्माण कार्य जैसे तैसे शुरू हुआ, लेकिन पुरानी सड़क को बिना उखाड़े ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि वर्षों से खराब सड़क के कारण परेशानी हो रही थी। अब निर्माण कार्य शुरू हुआ है तो सड़क में बिना तय मानक के अनुसार निर्माण सामग्री नहीं लगाई जा रही है। इस मार्ग से क्षेत्र के किसानों का गन्ना ढुलाई का काम शुगर मिल पर होता है। वही बरसात के समय में रसीद गढ़ रेलवे अंडरपास में पानी भरने के बाद रसीदगढ़,आबाद गढ़, नोजल,नोजली, मस्तगढ़, ठिरवा काजीपुरा आदि गांव को जाने वाले लोगों की यह सड़क लाइफ लाइन होती है। हैरत की बात तो यह है कि सड़क निर्माण में नाबालिक बच्चों से भी काम कराया जा रहा है। लोगों का कहना है कि बड़ी मुश्किल से सड़कें बनती हैं लेकिन बनाते वक्त अधिकारियों की मिलीभगत और कमीशन खोरी के चलते सड़क के बनने से पहले ही उखड़ जाती हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए किसानों ने कहा कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत करेंगे।

ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मार्कंडेय मौर्य ने बताया कि किसान इंटर कॉलेज से शुगर मिल के पीछे तक सड़क का निर्माण कार्य गन्ना विभाग द्वारा कराया जा रहा है अगर कोई नियम विरुद्ध सड़क कार्य करने का मामला है तो वह खुद जांच कर मानक के अनुरूप ही सड़क को बनवाने का काम करेंगे हालांकि उन्होंने सड़क के स्टीमेट के बारे में पूछने पर जानकारी उपलब्ध नहीं कराई।