रेलवे स्टेशन पर अज्ञात अधेड़ का शव मिलने पर सीमा विवाद में उलझी पुलिस मानवता हुई शर्मसार
रमेश बाजपेई
बछरावां रायबरेली। मौजूदा समय में जहां प्रदेश ही नहीं पूरे देश में राम राज्य की परिकल्पना को साकार करने का सपना दिखाया जा रहा है। वहीं बछरावां रेलवे स्टेशन परिसर के अंदर पड़ा एक अज्ञात अधेड़ का शव इस परिकल्पना को मुंह चिढ़ा रहा है। सीमा विवाद में उलझी सिविल और जीआरपी पुलिस एक दूसरे पर थोपते रहे । मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को सुबह लोगों ने बछरावां रेलवे स्टेशन परिसर के अंदर पड़ा हुआ एक शव देखा, जिसकी सूचना जीआरपी पुलिस को दी, जीआरपी पुलिस द्वारा यह कहते हुए कि, यह उनके कार्य क्षेत्र में नहीं आता है, उन्होंने बछरावां कोतवाली में खबर दी। खबर पाते ही पहुंची थाना पुलिस ने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया, कि जहां वह शव पड़ा हुआ है वह उनके क्षेत्र में नहीं आता। हालत यह हो गए कि शाम लगभग 3 बजे तक अज्ञात अधेड़ का शव वहीं पडा रहा। किसी ने भी उसका पोस्टमार्टम कराने का दायित्व नहीं समझा।जिले में आज ही पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी का तबादला और नवागंतुक पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार अग्रवाल को कमान सौंपी गई है, जिसके चलते पुलिसिया कार्यशाली को लेकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। स्टेशन के अगल-बगल रहने वाले दुकानदारों एवं रिक्शा चालकों ने बताया कि, मृतक व्यक्ति मानसिक रूप से बिक्षप्त था, रेलवे स्टेशन के पास ही रहकर गुजर बसर करता था। जब कोई कुछ खाने को दे देता था तो उसी में गुजारा कर लेता था। कयास लगाया जा रहा है कि, उक्त व्यक्ति की अत्यधिक ठंड लगने के कारण मौत हुई है।
खबर लिखे जाने तक मृतक का शव परिसर में पड़ा हुआ था।