इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर चित्रकूट में संकल्प दिवस मनाया गया।
चित्रकूट, 19 नवम्बर: भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर आज चित्रकूट में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें कांग्रस कार्यकर्ताओं ने इन महान नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई के योगदानों को याद करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि और संकल्प दिवस
चित्रकूट में जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित विशेष कार्यक्रम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुशल सिंह पटेल ने इंदिरा गांधी के योगदान को गहराई से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी का प्रधानमंत्री के रूप में कुल कार्यकाल 15 वर्षों और 350 दिनों का रहा, जो उनके पिता पं. जवाहरलाल नेहरू के बाद सबसे लंबे समय तक देश की सेवा करने वाली महिला प्रधानमंत्री के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इंदिरा गांधी का राजनीतिक दृष्टिकोण और उनके निर्णय भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहे, जैसे कि 1971 में बांगलादेश की स्वतंत्रता के लिए भारत का समर्थन और स्वदेशी विकास की दिशा में उनके द्वारा किए गए प्रयास।
इंदिरा गांधी का संघर्ष और उनकी उपलब्धियाँ
कांग्रेस सचिव विजयमणि त्रिपाठी ने कहा कि इंदिरा गांधी का राजनीतिक जीवन संघर्ष और दूरदर्शिता का प्रतीक था। उन्होंने महज 11 साल की उम्र में ब्रिटिश शासन के खिलाफ बच्चों की वानर सेना बनाई थी और 1938 में औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हुईं। इंदिरा गांधी ने हमेशा भारतीय राजनीति में अपने कदम मजबूती से रखे और 1965 तक अपने पिता पं. नेहरू के साथ काम किया। उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक फैसलों में 'स्वेत क्रांति' (दूध क्रांति) और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए कई योजनाएं शामिल थीं। उन्हें 1972 में भारत रत्न और 1973 में एफएओ का दूसरा वार्षिक पदक जैसी कई उच्च सम्मान मिले थे।
इस कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष राकेश वर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिव गुलाम वर्मा, कोषाध्यक्ष महेंद्र सिंह पटेल, और राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के अध्यक्ष अरुण गुप्ता जैसे प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
कस्बूरबा गांधी विद्यालय में रानी लक्ष्मीबाई और इंदिरा गांधी की जयंती
इसी दिन कटिया मऊ स्थित कस्बूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में भी इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई की जयंती मनाई गई। यहां कांग्रेस नेत्री और पूर्व जिला पंचायत सदस्य निर्मला भारतीय ने दोनों महान महिलाओं के जीवन को याद किया। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई के साहस, वीरता और देशभक्ति को उदाहरण के तौर पर पेश किया, जो हर भारतीय के दिल में जगह बनाती हैं।
निर्मला भारतीय ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई का संघर्ष न केवल भारतीय महिलाओं के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने रानी के शौर्य और बलिदान की गाथा सुनाते हुए युवाओं को उनके मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। वहीं, इंदिरा गांधी की राजनीतिक दूरदर्शिता और साहस को भी युवाओं के लिए आदर्श बताया, जो न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में एक मिसाल बन चुकी हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्राओं ने रानी लक्ष्मीबाई और इंदिरा गांधी के योगदान पर आधारित नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए, जिससे कार्यक्रम में एक जीवंत माहौल बना।
संकल्प दिवस: युवा पीढ़ी को प्रेरणा
इस पूरे आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को इन महान नेताओं से प्रेरणा लेना और उनके संघर्षों, बलिदान और दृष्टिकोण को समझना था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस संकल्प दिवस पर न केवल इन महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की, बल्कि उनके योगदानों को जीवित रखने के लिए काम करने का संकल्प लिया।
कुल मिलाकर, यह दिन चित्रकूट में देश की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और महिला नेतृत्व की दो बड़ी प्रतीक, इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई, के योगदान को याद करने और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेने का अवसर बना।