भारत-गुयाना संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प, प्रधानमंत्री मोदी ने की राष्ट्रपति इरफान अली की सराहना

भारत-गुयाना संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प, प्रधानमंत्री मोदी ने की राष्ट्रपति इरफान अली की सराहना

जॉर्जटाउन, गुयाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर महत्वपूर्ण चर्चा की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति अली की सराहना करते हुए कहा कि भारत और गुयाना के संबंधों को अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर ले जाने में उनका अहम योगदान रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज की चर्चा में मैंने भारत के लोगों के प्रति राष्ट्रपति अली के स्नेह और सम्मान को महसूस किया। भारत, गुयाना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमारा सहयोग न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि ग्लोबल साउथ के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।"

गुयाना की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "गुयाना, असंख्य झरनों और झीलों से समृद्ध 'अनेक जलों की भूमि' के रूप में जानी जाती है। यहाँ की नदियाँ यहाँ के लोगों की सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्सा हैं। इसी तरह भारत में गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र जैसी नदियाँ हमारी प्राचीन सभ्यता और सांस्कृतिक धरोहर का आधार रही हैं। दोनों देशों के बीच समानता के ऐसे कई उदाहरण हैं।"

प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन ने भारत और गुयाना के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को उजागर किया। उन्होंने यह भी दोहराया कि दोनों देशों का सहयोग आने वाले समय में नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा।

इस चर्चा के माध्यम से भारत और गुयाना ने न केवल अपनी दोस्ती को मजबूत किया है, बल्कि द्विपक्षीय विकास और वैश्विक दक्षिण के सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी स्पष्ट किया है।