फ्लिपकार्ट ई-कार्ट आँफिस से डिलीवरी ब्वाय के साथ मिलकर मोबाइल चोरी में गिरोह का एक सदस्य गिरफ्तार, विभिन्न कंपनियों के 27 मोबाइल फोन बरामद
उक्त गिरोह ई-कार्ट कार्यालयो में अलग-अलग के अनोखे तरीको से करते थे चोरी
-हाथरस, आगरा, मथुरा,अलीगढ के विभिन्न स्थानो पर स्थित ई-कार्ट कम्पनियो में पंहुचते थे आरोपीगण
-अपना नाम पता छिपाकर एक-दूसरे व अन्य किसी के कागज लगाकर ज्वाइंन कर लेते थे नौकरी
-माल से भरे डिलीवरी बैग को चोरी करके भाग जाते और आपस में बराबर-बराबर बांट कर सस्ते दामों में बेच देते थे
अनिल चौधरी, ब्यूरो रिपोर्ट
हाथरस। अवगत कराना है कि दिनांक 11 सितंबर 2024 को आदित्य पुत्र पूरन सिंह निवासी सलावत नगर महामाई ने थाना कोतवाली नगर पर एक मुकदमा दर्ज कराया था। उसने बताया कि वह ई-कार्ट में डिलीवरी बॉय का काम करता है । दिनांक 31 अगस्त 2024 को वह अपना शिपमेन्ट लेकर ऑफिस के गेट के पास रख दिया था, जिसे वापस आकर देखा तो वह नही मिला । थाना कोतवाली व एसओजी टीम की संयुक्त कार्यवाही में बेचने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया।
जिसके कब्जे से विभिन्न ई-कार्ट कार्यालयों से चोरी किये गये 27 मोबाइल बरामद किये गये है । अभियुक्त की पहचान पीकेश पौनिया उर्फ पीको पुत्र महेश निवासी गिलौन्दपुर थाना मुरसान जनपद हाथरस के रूप में हुई है। गिरोह के अन्य 2 सदस्य सूरज व गोपाल उर्फ भोलू को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है ।
-पकडे गयें अभियुक्त सहित 6 दोस्त एसे करते थे प्लानिंग :
अभि पोनिया उर्फ पीको ने पूछताछ पर बताया कि हम गिलोदपुर व गुठलीपुर के छ:दोस्त है । जिनके नाम सूरज उर्फ पंच पुत्र जयपाल, सत्ता उर्फ सत्यवीर पुत्र केशव, अनिल कुमार पुत्र विजयपाल, आकाश पुत्र विनोद समस्त निवासी गण ग्राम गिलोदपुर थाना मुरसान जिला हाथरस, गोपाल उर्फ भोलू पुत्र ओमप्रकाश नि0 ग्राम गुठलीपुर थाना मुरसान जिला हाथरस । हम सभी योजना बनाकर हाथरस इगलास वृन्दावन खैर,आगरा आदि जगह स्थित ई-कार्ट कम्पनियो में एक दुसरे के कागज लगाकर नौकरी प्राप्त करते है तथा वहां से डिलीवरी बैग को चोरी करके भाग आते है, बैग मे जो भी माल होता है उसको हम सभी बराबर-बराबर आपस मे बांट लेते है। सूरज ने हाथरस स्थित ई-कार्ट कम्पनी से बैग चोरी किया था उस बैंग मे मिले सामानो को हम सभी छ: दोस्तो ने आपस मे बांट लिया था । मेरे हिस्से मे भी कुछ मोबाईल उस चोरी मे से आये थे जो इस बैग मे मौजूद है। इनमे से कुछ मोबाईल मैने चलते फिरते लोगो को मजबूरी बताकर बेच दिये थे । शेष मोबाईल विभिन्न जगहो से हम सभी दोस्तो ने मिलकर चोरी किये गये माल मे से जो मेरे हिस्से मे आये है ये यही 27 मोबाईल है । मै इन्हे आज बेचने कि फिराक मे जा रहा था । पैकिंग मशीन के सम्बन्ध मे पूछने पर बताया कि हम लोग मोबाईल के डिब्बे का कवर पर पिन्नी चढाने के लिए पैकिंग मशीन का इस्तेमाल करते है। माल बेचने पर जो पैसे मिलते है उन्हे हम सभी आपस में मिलकर हिस्सा बांट कर लेते है।