हौसला एक बेटी का : गांव की बालिकाओं के लिए डेढ माह तक चलाई निशुल्क कोचिंग क्लॉसेज

हौसला एक बेटी का : गांव की बालिकाओं के लिए डेढ माह तक चलाई निशुल्क कोचिंग क्लॉसेज

••इसी वर्ष बारहवीं पास हुई प्रिया ने गांव की 9-12 तक की बालिकाओं के लिए गणित व अंग्रेजी की चलाई क्लास

संवाददाता अमित जैन

छपरौली। इसे प्रशंसनीय हौसला ही कहा जाएगा कि  खुद इंटर पास एक बालिका, गांव की अन्य बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढने के लिए उन्हें प्रोत्साहित ही नहीं,बल्कि पूरे डेढ महीने तक अंग्रेजी व गणित में कोचिंग देती रही।गांव तिलवाड़ा में शिक्षा के प्रति ऐसी ज्योति जलाने के लिए  ग्रामीण प्रिया उपाध्याय के कायल हैं। 

क्षेत्र के गाँव तिलवाड़ा निवासी तथा श्री शान्ति सागर दिगम्बर जैन कन्या इण्टर कॉलेज छपरौली से इसी वर्ष कक्षा 12   में उत्तीर्ण छात्रा प्रिया उपाध्याय ने कक्षा 9 से 12 तक पढ़ने वाली छात्राओं के लिए 15 मई से निःशुल्क समर कैंप प्रिया उपाध्याय कोचिंग क्लॉसिज शुरू की। जिसका समापन 5 जुलाई को किया गया। निःशुल्क समर कोचिंग क्लासिज में प्रिया उपाध्याय ने गणित व अग्रेंजी विषय को पढ़ाया और इसके लिए छात्राओं से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया । यह कोचिंग समर कैंप पूर्ण रूप से निःशुल्क रहा है।

 प्रिया उपाध्याय का कहना है कि, ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बेटों की अपेक्षा बेटियों की शिक्षा पर कम खर्च किया जाता है, विशेषकर ट्यूशन आदि पर तो, न के बराबर। ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में बेटियों के पास घर के कार्य के अलावा अन्य कार्य नहीं होता है। वर्तमान परिवेश को देखते हुए परिवार व बेटियों को 47 डिग्री से अधिक तापमान में सुनसान व तपती सडकों पर गाँव से दूर भेज पाना, एक चुनौती है। इसीलिए अपने पिता समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय की प्रेरणा से निःशुल्क समर कैंप के रूप में कोचिंग क्लासिज शुरू की थी, जिसका लाभ बालिकाओं ने लिया है। भविष्य में भी प्रतिवर्ष इस तरह समर कैंप को आयोजित करते रहने का लक्ष्य निर्धारित किया है।