पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ ग्रामीण पत्रकार एसोसिएश के पदाधिकारियो ने  एसडीएम को ज्ञापन  दिया

  पत्रकार उत्पीड़न के खिलाफ ग्रामीण पत्रकार एसोसिएश के पदाधिकारियो ने  एसडीएम को ज्ञापन  दिया

 बेहट , ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के पदाधिकारी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित विज्ञापन सहारनपुर विकास प्राधिकरण में हो रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध जापान  उपजिलाधिकारी को सोपा। 
सोमवार को तयशुदा कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण पत्रकार एशोसिएश ने मान्यता प्राप्त पत्रकार,अनुशासन समिति के सदस्य व बेहट संगठन के प्रभारी अनीस सिद्दीकी व तहसील अध्यक्ष एस.एम.हुसैन जैदी के नेतृत्व में संगठन से जुड़े पत्रकारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि सहारनपुर विकास प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है जिसे  पत्रकार समय-समय पर समाचार पत्रों में प्रकाशित भी करते रहते हैं भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रकाशित खबरों से नाराज सहारनपुर विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता पत्रकारों से मार पिटाई पर उतर गए थे मामला 26 जुलाई का है जहां पत्रकार मोनू कुमार जो एक सक्रिय पत्रकार है।अवर अभियंता प्रदीप गोयल,रोहित पाठक व क्लर्क जिले सिंह व अन्य कर्मचारियों द्वारा सिर्फ इस बात को लेकर प्राधिकरण कार्यालय में जमकर पीटा गया कि पत्रकार मोनू कुमार लगातार विकास प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार की आवाज उठाते रहते हैं। एवं अपने समाचार पत्रों में भी प्रकाशित करते हैं इसकी रिपोर्ट थाना सदर बाजार में 26.7.2024 को दर्ज भी कराई गई है जबकि विकास प्राधिकरण के अगर अभियंता द्वारा भी अपने आप को पीड़ित दिखाकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जो बिल्कुल गलत है,झूठी है और निराधार है पत्रकार मोनू कुमार की प्राधिकरण कर्मचारियों द्वारा की गई मार पिटाई को लेकर जनपद सहारनपुर के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने मांग करते हुए कहा कि पत्रकार मोनू कुमार से मारपीट करने वाले प्रदीप गोयल,रोहित पाठक,बाबू जिले सिंह जैन कब गैर जनपद में स्थानांतरण किया जाए साथ ही इन अभियंताओं की संपत्ति की जांच हो। पत्रकार मोनू कुमार के विरुद्ध प्राधिकरण अभियंताओं द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मुकदमे  की जांच सहारनपुर मंडल के किसी अन्य जनपद से कराई जाए। और अभियंता प्रदीप गोयल के मेडिकल में हाथ की उंगली टूटी दिखाई गई है जो की पूर्णतया झूठा मेडिकल बनवाया गया है। और अभियंता प्रदीप गोयल की अंगुली की जांच किसी भी राजपत्रित अधिकारी की देखरेख में डॉक्टर के पैनल गठित कर जांच कराई जाए ताकि सत्यता सामने आ सके। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से नीलम सैनी,सोमपाल कश्यप, गुड्डू पीरजादा,डॉ. सुंदरलाल,गय्यूर मलिक, मारूफ मिर्जा,संजय बिरला,अकरम मलिक,सत्तार शेख,अमरीश गर्ग, सैय्यद मौहम्मद दानिश, रियाज  हुसैन सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे।