निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया में शुरुआती सेंध ,एक ही मकान में बनवा दी गई 47 वोट

निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया में शुरुआती सेंध ,एक ही मकान में बनवा दी गई 47 वोट

बीजेपी नेता के बाद चेयरमैन पुत्र ने लगाया वोट धांधली का आरोप

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत। नगर निकाय चुनाव की निष्पक्षता पर बीएलओ के माध्यम से शुरुआती सेंध का मामला फिर आया सामने | वोटो के संवर्धन में धांधली को लेकर जहां बीजेपी नेता व सांसद प्रतिनिधि प्रदीप ठाकुर ने दो दिन पूर्व वार्ड नं 4 के एक मकान में वोटों की बेतहाशा बढोत्तरी को संदिग्ध मानते हुए जिलाधिकारी से लिखित शिकायत कर जांच की मांग की थी वहीं अब एक ही मकान में 47 वोट बनाए जाने की शिकायत की गई है। 

शनिवार को वर्तमान चेयरमैन राजुद्दीन एडवोकेट के पुत्र समीर ने वार्ड नं 12 के एक ही मकान नंबर 285 मेंं 47 फर्जी वोटो के होने का आरोप लगाते हुए तहसीलदार से लिखित रूप में शिकायत की है। मजे की बात यह है कि, बीएलओ ने वोट संवर्धन करते हुए उस एक मकान में ही प्रधान, चौहान, सिंह, शर्मा आदि उपनाम के लोगों का नाम धडल्ले से शामिल कर दिया |

 शिकायत कर्ता समीर ने आरोप लगाते हुए बताया कि, अभी हाल में हुए निकाय के मतदाता पुनरीक्षण अभियान के दौरान वार्ड नं 2 के भाग संख्या 3 में और वार्ड नं 7 में जो परिवर्धन सूची तैयार की गई है, उसमें 18 वर्ष से कम उम्र के व नगर पालिका परिषद् बागपत की सीमा से बाहर के लोगों की वोटों को सम्मिलित किया गया है। 

अब देखना है कि, निष्पक्ष चुनाव का दम भरने वाली मशीनरी ऐसी शिकायतों पर क्या एक्शन लेती है अथवा ऊपरी दबाव के चलते षड्यंत्रकारियों को चुपचाप बचाने में लगती है | फिलहाल लोगों का मानना है कि, निष्पक्ष चुनाव का आधार बीएलओ की निष्पक्षता और सजगता पर होता है, उसमें किसी भी प्रकार का दबाव अथवा प्रमाद तमाम चुनावी मशीनरी को संदेह के घेरे में खड़ा कर देता है |