पकड़ा गया उजमा हत्याकांड का आरोपी   - तंत्र क्रिया के दौरान तीन हिस्सों में नाबालिक को काटकर उतार दिया था मौत के घाट

पकड़ा गया उजमा हत्याकांड का आरोपी   - तंत्र क्रिया के दौरान तीन हिस्सों में नाबालिक को काटकर उतार दिया था मौत के घाट

 सवंददाता अवनीश शर्मा  

- 10 वर्ष पहले हत्या कर फरार हुआ था अभियुक्त

थानाभवन- नाबालिग लड़की को तीन हिस्सों में काटकर मौत के घाट उतारने वाले दरिंदे को 10 साल बाद थानाभवन पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने अभियुक्त पर ₹10000 का इनाम घोषित कर रखा था।
थानाभवन कस्बा निवासी खालिद पुत्र हासिम की 11 वर्षीय बेटी उजमा की 25 नवंबर 2012 में किसी अज्ञात ने हत्या कर शव को कस्बे के ही खानका स्कूल के पास खंडहर में फेंक दिया था शव कि पहचान मिटाने के लिए उजमा का धड़ मौके से गायब था। पुलिस ने कस्बे में पुलिस बल तैनात कर दिया जिसके बाद अभियुक्त ने उजमा के धड़ को कस्बा जलालाबाद में ईदगाह के पास फेंक दिया था। जहां से पुलिस ने उजमा के धड़ को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया और पिता की तहरीर पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। जिसमें अमीर पुत्र बुंदू पर शक भी जाहिर किया गया था लेकिन पुलिस ने मामले में गहनता से जांच पड़ताल कर कई लोगों को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल की और पूछताछ की लेकिन हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी थी। साल 2013 में पुलिस द्वारा मामले में जांच पड़ताल के दौरान अलीमुद्दीन उर्फ सलीमुद्दीन पुत्र जैनुद्दीन निवासी मनानकर हरिया थाना हनुवारा जनपद  गोड्डा झारखंड का नाम प्रकाश में आया था जो उस समय एक मस्जिद में मौलाना के रूप में कस्बे में तैनात था। हत्या के बाद से अभियुक्त फरार हो गया था। पुलिस हत्या के बाद से ही अभियुक्त को तलाश रही थी। जिसके चलते 3 जून 2013 को अभियुक्त पर तत्कालीन एसएसपी मुजफ्फरनगर द्वारा ₹1000 का इनाम घोषित किया गया था। जिसके बाद शामली एसपी अभिषेक के द्वारा अभियुक्त पर इनाम की राशि 4 जनवरी 2023 को बढ़ाकर ₹10000 कर दी गई थानाभवन पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए अलीमुद्दीन को उसके घर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। थाना प्रभारी दिलीप शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पूछताछ में जानकारी मिली की अभियुक्त ने तंत्र क्रिया करने के कारण उजमा की हत्या कर दी थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में वर्ष 2013 में ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। जिसके बाद से न्यायालय ने कई बार कुर्की आदि के नोटिस भी अभियुक्त के खिलाफ जारी किए अब पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। इसके बाद पुलिस ने अभियुक्त को न्यायालय में पेश किया जहां से अभियुक्त को जेल भेज दिया गया।

वर्षों तक भी हत्यारे की गिरफ्तारी न होने से परिवार की टूट चुकी थी आस

साल 2012 में उजमा की हत्या हुई थी लेकिन उसके बाद से ही उजमा के पिता खालिद एवं उजमा की मां अकीला को उजमा के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने का मलाल था। कई बार उजमा की माँ ने रोते बिलखते हुए उजमा के हत्यारों को पकड़ने की गुहार भी लगाई थी। उजमा की मां अकीला ने कई बार सुल्तान मुस्तफा एवं तनवीर का नाम लेकर पुलिस पर अलीमुद्दीन का हत्या में साथ देने वालों को बचाने का आरोप भी लगाया था।