प्रमुख सचिव के निर्देशों की धज्जियां उड़ाकर लगाई सी0एम0एस0 की वीआईपी ड्यूटी चिकित्सालय की व्यवस्थायें चरमराईं
एटा। वीरांगना अवंतीबाई लोधी स्वशासित चिकित्सा महाविद्यालय सम्बद्ध जिला चिकित्सालय एटा के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सी0एम0एस0) डा0 एस0 चन्द्रा की वीआईपी ड्यूटी लगा दी गई जिससे चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गईं। चूंकि सी0एम0एम0 मरीजों को भी प्रतिदिन देखते हैं अतः उनसे उपचार लेने वाले मरीज भटकते देखे गये। ज्ञात रहे कि प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य के स्पष्ट निर्देश हैं कि सभी सी0एम0एस0 एवं सी0एम0ओ0 अपने अपने मुख्यालय पर रहकर स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से व्यवस्थित करें तथा लोकसभा निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए सभी राजकीय चिकित्सालयों को समय से खुलवायें और चिकित्सालयों का निरीक्षण भी करते रहें। यदि कोई कमी हो तो उसे तुरन्त दूर करायें और कर्मचारियों को अलर्ट रखें। परन्तु एटा में तो सचिव के निर्देशों की भी धज्जियां उड़ा दी गयीं। एटा के इतिहास में किसी सी0एम0एस0 की पहली बार वीआईपी ड्यूटी लगाई गई है। ज्ञात हुआ है कि एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपने अधीन मलेरिया विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर को वीआईपी ड्यूटी लगाने तथा वाहन प्रभारी का कार्य सौंप रखा है। जिसका वह खुलकर दुरूपयोग कर रहे हैं। आपको बता दें कि सी0एम0एस0 और सी0एम0ओ0 दोनों ही लेबिल 4 के अधिकारी हैं। जब सी0एम0एस0 की ड्यूटी लगा दी गई तो कभी भविष्य यह मलेरिया इंस्पेक्टर सी0एम0ओ0 की भी वीआईपी ड्यूटी लगा सकते हैं। आश्चर्य तो इस बात का है कि मलेरिया इंस्पेक्टर जो ड्यूटी लगाते हैं उनपर सी0एम0ओ0 के हस्ताक्षर कराकर ड्यूटी भेजते हैं। फिर सी0एम0ओ0 ने हस्ताक्षर करते समय यह क्यों नहीं देखा कि मलेरिया इंस्पेक्टर द्वारा सी0एम0एस0 की ड्यूटी लगाई जा रही है जो उनके समकक्ष अधिकारी तो हैं ही, साथ ही जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं चाक चौवन्द रखने दायित्व भी सी0एम0एस0 के ऊपर ही होता है। स्मरण रहे कि दिनांक 5 मई को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जलेसर में चुनावी सभा को सम्बोधित करने आये थे। अतः सी0एम0एस0 को एम्बुलेंस एवं पैरामेडिकल कर्मचारियों के साथ चुनावी सभा में ड्यूटी लगाकर भेज दिया गया जो निर्देशों के विपरीत कार्य है।