किसान नेताओं को पुलिस ने किया नजरबंद, चप्पे चप्पे पर रखी गई पैनी नजर
बहसूमा। बहसूमा क्षेत्र में पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर धरना- प्रदर्शन के मद्देनजर यूनियन के किसान नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया है ताकि वह समर्थकों के साथ दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन में शामिल न हो सके। मंगलवार रात से मौडखुर्द गांव में दो किसान नेताओं के मकानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।बता दें कि गांव मौडखुर्द व सदरपुर के रहने वाले भारतीय किसान यूनियन तोमर के प्रधान इंतजार देशवाल, भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सनी चौधरी व सपा के अनूसूचित मोर्चा के प्रदेश सचिव सुदेश पाल गांव मौडखुर्द व सदरपुर के रहने वाले हैं। पुलिस को भनक लगी कि संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर पर होने वाले प्रदर्शन में शामिल होंगे। थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार ने दोनों के घरों पर निगरानी शुरू कर दी। दोनों के घर पर पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने मित्रवत व्यवहार की तरह घरों पर सतर्कता बरती। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शांति भंग नहीं होने के कारण दिल्ली किसान आंदोलन में जाने से किसान नेताओं को रोका गया है।वहीं प्रदेश सचिव सुदेश पाल ने कहा कि किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। किसानों पर जिस तरह फायरिंग की गई,वह निंदनीय है।साथ ही यह चेतावनी भी दी गई कि हमसे भी दिल्ली दूर नहीं है।अगर किसानों को नुकसान पहुंचाया गया तो पश्चिम यूपी के किसान भी दिल्ली को घेरने से पीछे हटने वाले नहीं हैं।हर हाल में किसानों को न्याय मिलना चाहिए।