बहसूमा में जीएसटी विभाग की छापेमारी से मचा हड़कंप व्यापारी प्रतिष्ठान बंद कर हुए फरार।
इसरार अंसारी
l बहसूमा नगर व क्षेत्र के कस्बा रामराज में जीएसटी विभाग की छापेमारी से व्यापारियों में हड़कंप मच गया। व्यापारियों ने जीएसटी विभाग की टीम को देखकर आनन-फानन में दुकान बंद कर फरार हो गए। जीएसटी की टीम ने पूरे दिन बहसूमा एवं रामराज में चक्कर लगाती नजर आई ।जिससे व्यापारियों में हड़कंप मचा रहा ।शाम को जब टीम वापस पहुंची तो व्यापारियों ने राहत की सांस ली। जीएसटी विभाग के अधिकारी मीडिया से बचती नजर आई। शासनादेश के निर्देश पार जीएसटी विभाग की टीम ने बुधवार को बहसूमा एवं रामराज में छापेमारी की व्यापारियों ने ग्रुप में फैलाई गई छापेमारी की सूचना फैला दी ।जिस पर व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर चले गए। जिसमें जीएसटी विभाग की टीम बिना कार्रवाई कर बैरंग लौटना पड़ा। जीएसटी अधिकारी मीडिया को भी जानकारी देने से बचते नजर आए। जीएसटी अधिकारी की टीम व्यापारियों को फोन कर बुलाती रही। लेकिन किसी भी व्यापारी ने उसकी कॉल रिसीव तक नहीं की। जीएसटी विभाग के सहायक आयुक्त नागेंद्र त्रिपाठी एवं विनोद कुमार पुलिस टीम को साथ लेकर नगर व क्षेत्र के कस्बा रामराज में छापेमारी करने पहुंची। जीएसटी विभाग की टीम को देखकर व्यापारियों ने आनन-फानन में अपनी दुकान बंद कर फरार हो गए। जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने पूरे नगर एवं कस्बा रामराज में अपनी सरकारी गाड़ियों से दौड़ लगाते नजर आए। लेकिन दुकान बंद मिलने पर बैराग लौट गए। इस मौके पर अधिकतर व्यापारियों पर जीएसटी अदा नहीं करने के साथ-साथ तीन नंबर भी नहीं मिला। इस मौके पर टीम ने व्यापारियों के प्रतिष्ठानों के नाम रिकॉर्ड में अंकित कर अन्य व्यापारियों की दुकानों पर छापेमारी की टीम की छापेमारी होती देख व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर चपंत हो गए। अधिकतर व्यापारियों द्वारा जीएसटी से संबंधित आयकर की चोरी करने का खुलासा भी खुलकर सामने आ गया। टीम की छापेमारी होती देख व्यापारियों पर कार्रवाई से बचने के लिए सोशल मीडिया ग्रुप में इनकम टैक्स के अधिकारियों द्वारा छापा मारने की सूचना फैला दी। टीम के पहुंचने से पहले व्यापारी दुकान बंद करते हुए नजर आए। टीम द्वारा की जा रही छापेमारी की सूचना पर मीडिया भी पहुंच गई। लेकिन जीएसटी विभाग के अधिकारी मीडिया को जानकारी देने से बचते नजर आए। व्यापारियों की दुकान बंद मिलने पर विभाग की टीम वापस लौट गई। जब जाकर व्यापारियों ने राहत की सांस ली।