फर्जी चेक लगाकर खाते से निकाले एक लाख
थाने पहुंचे पीड़ित व्यापारी ने बैंक मैनेजर के खिलाफ दी तहरीर
फर्जी चेक लगाकर खाते से निकाले एक लाख
-थाने पहुंचे पीड़ित व्यापारी ने बैंक मैनेजर के खिलाफ दी तहरीर
-48 हजार पांच सौ रुपये का चैक हटाकर अन्य व्यक्ति के नाम से निकाले एक लाख रुपये
थानाभवन। बैंक कर्मचारियों ने एक व्यापारी का फर्जी चेक लगाकर उसके खाते से एक लाख रुपये निकाल लिए। घटना का पता चलने के बाद पीड़ित व्यापारी ने पहले बैंक मैनेजर और इसके बाद थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
थाना भवन कस्बा निवासी व्यापारी अश्वनी गोयल पुत्र रामानंद ने थाने में तहरीर देकर बताया कि 22 अक्टूबर को उसने अपनी फॉर्म नीलकंठ ट्रेडर्स के बैंक खाते पंजाब नेशनल बैंक से गणपति ट्रेडर्स शामली के मालिक को 48 हजार पांच सौ रुपये का चेक सौंपा। वह चेक गणपति ट्रेडर्स के मालिक ने शामली में स्थित अपने दूसरे बैंक में जमा कर दिया। इसके बाद 26 अक्टूबर को उसके मोबाइल नंबर पर खाते से एक लाख रुपये काटने का मैसेज पहुंचा। जब उसने इस संबंध में गणपति ट्रेडर्स के मालिक से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके खाते में कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुई है। इसके बाद उसने बैंक पहुंचकर मैनेजर को शिकायत करते हुए बताया कि जो 48 हजार पांच सौ रुपये का जो चेक उसने लगाया था। वह रकम तो संबंधित व्यक्ति के खाते में पहुंची ही नहीं। उल्टा उसके खाते से एक लाख रुपये कट गए। जानकारी करने पर बैंक मैनेजर ने उन्हें उसी चेक संख्या का एक एक लाख रुपये का चेक दिखाया। जिसके जरिये किसी सिद्धार्थ नाम के व्यक्ति को एक लाख का नकद भुगतान किया गया था। जब चेक की जांच की गई तो पता चला कि वह चेक ही फर्जी है। इस पर जब पीड़ित व्यापारी ने बैंक मैनेजर से पूछताछ की तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और खाना पूर्ति कर उसे वापस भेज दिया। पीड़ित ने लीड बैंक मैनेजर वह थाना प्रभारी को शिकायत कर मामले में कार्रवाई की मांग की है।
फर्जी चेक पर कैसे दे दिए पैसे
बड़ा सवाल ये है कि जिस एक लाख रुपये के चेक पर नकद भुगतान किया गया वह चेक फर्जी था। आखिर बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों को चेक के फर्जी होने के बारे में क्यों पता नहीं चला या फिर स्वयं बैंक कर्मियों ने ही तो इस गड़बड़झाले को अंजाम नहीं दिया।
जब इस बारे में मैनेजर से बात की तो मैनेजर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए स्टाफ की लापरवाही को छिपाते नजर आए