पुलिस की पहल: परिवार परामर्श केन्द्र ने किया एक परिवार को टूटने से बचाने का कार्य।
पुलिस टीम की सुलह से खुशहाल हुआ एक परिवार, पति-पत्नी ने रिश्ते में आई नई उम्मीद
चित्रकूट, 18 नवंबर 2024: चित्रकूट पुलिस की एक सराहनीय पहल सामने आई है, जिसमें परिवार परामर्श केन्द्र पुलिस टीम ने एक गंभीर घरेलू विवाद को सुलझा कर एक परिवार को टूटने से बचाया। यह कदम पुलिस अधीक्षक श्री अरुण कुमार सिंह के दिशा-निर्देश में उठाया गया, जो सामाजिक रिश्तों को सुधारने और परिवारों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
यह घटना गोरिया थाना क्षेत्र के निवासी श्री जागेश्वर के परिवार से जुड़ी है, जिन्होंने अपनी बेटी नीलम देवी और उसके पति दीपक सिंह के बीच घरेलू हिंसा, गाली-गलौज और मारपीट की शिकायत पुलिस अधीक्षक के पास दी थी। श्री जागेश्वर ने प्रार्थना पत्र में उल्लेख किया था कि उनके दामाद दीपक सिंह ने उनकी बेटी नीलम देवी के साथ कई बार मारपीट की, गाली-गलौज की और उनका मानसिक शोषण किया। इस पर पुलिस अधीक्षक श्री अरुण कुमार सिंह ने मामले के समाधान के लिए परिवार परामर्श केन्द्र को निर्देशित किया।
पुलिस परामर्श केन्द्र द्वारा किया गया समाधान:
परिवार परामर्श केन्द्र की प्रभारी उ0नि0 श्रीमती गुड्डी देवी, महिला आरक्षी मंजुलता पाल और महिला आरक्षी शिवांगी श्रीवास्तव की टीम ने इस मामले में तेजी से कार्य किया। उन्होंने श्री जागेश्वर की शिकायत का गंभीरता से निस्तारण करते हुए दोनों पक्षों को पुलिस कार्यालय स्थित परिवार परामर्श केन्द्र बुलाया। पहले तो शिकायतकर्ता की शिकायतों को विस्तार से सुना गया, जिसमें नीलम देवी ने भी अपने पति की मारपीट और मानसिक उत्पीड़न की बात बताई।
इसके बाद, पुलिस टीम ने दीपक सिंह को भी बुलाया और उसे इस मामले में अपनी बात रखने का अवसर दिया। टीम ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता की और उन्हें समझाया कि किसी भी परिवार में आपसी मतभेदों को सुलझाना बेहद जरूरी होता है। पुलिस ने दोनों पक्षों से यह वादा लिया कि वे भविष्य में आपस में कोई झगड़ा या हिंसा नहीं करेंगे और एक-दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम बनाए रखेंगे।
समझौता और परिवारिक कर्तव्यों का पालन:
परिवार परामर्श केन्द्र के टीम ने दोनों पक्षों को यह भी सलाह दी कि वे एक-दूसरे के परिवारिक कर्तव्यों का सही तरीके से पालन करें। इस समझौते के बाद दंपति ने अपने-अपने गुस्से को शांत किया और एक दूसरे के साथ सामंजस्य स्थापित करने का फैसला किया। इस समझौते में यह सुनिश्चित किया गया कि भविष्य में वे एक-दूसरे के साथ खुशी से रहेंगे और किसी प्रकार की झगड़े, मारपीट या गाली-गलौज से बचेंगे।
पुलिस की सराहनीय पहल:
यह पहल दर्शाती है कि पुलिस केवल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में टूटते रिश्तों को जोड़ने के लिए भी सक्रिय रूप से कार्य करती है। पुलिस की यह पहल समाज में परिवारों को टूटने से बचाती है और रिश्तों में एक नई उम्मीद जगा देती है। परिवार परामर्श केन्द्र के माध्यम से पुलिस टीम ने एक परिवार को न केवल टूटने से बचाया, बल्कि उनके रिश्ते में विश्वास और सामंजस्य भी स्थापित किया।
समझौता कराने वाली पुलिस टीम:
1. उ0नि0 श्रीमती गुड्डी देवी (प्रभारी परिवार परामर्श केन्द्र)
2. महिला आरक्षी मंजुलता पाल
3. महिला आरक्षी शिवांगी श्रीवास्तव
यह कदम चित्रकूट पुलिस द्वारा समाज में रिश्तों को बचाने और परिवारों के बीच शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है।