चित्रकूट-गौशाला में सही तरीके से करें गौवंश का भरण पोषण - डीएम।
चित्रकूट: जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में गुरूवार को गौशालाओं के निरीक्षण एवं भरण पोषण आदि के सम्बन्ध में नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कलेक्टरेट सभागार में हुई।
जिलाधिकारी ने नामित नोडल अधिकारियों से गौशालाओं की निरीक्षण, संरक्षण, भरण पोषण व अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशालाओं में अगर कीचड है तो इंटरलाॅकिंग एवं पानी शेड की समस्या है तो उसका भी निस्तारण कराए। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय गोवंश बाहर घूम रहे हैं, उनको अंदर कराएं। स्थानीय लोग जब लेने आते हैं तो उनके ऊपर जुर्माना लगाए। उन्होंने कहा कि जिन गोवंशों को पकड कर ले जाते हैं, उनकी ट्रैकिंग भी कराए। उन्होंने नोडल प्रभारी को निर्देशित किया कि गोवंशों को सेहत देखने के बाद एवं सारे अभिलेख चेक करने के बाद ही भुगतान कराएं। उन्होंने कहा कि नामित किए गए नोडल प्रभारी प्रतिदिन गौशालाओं का निरीक्षण करते रहें। जिलाधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि नोडल अधिकारी के निरीक्षण करने के समय गौशाला में कोई स्टाफ अवश्य रहना चाहिए। साथ ही गौशालाओं का निरीक्षण के लिए जब नोडल प्रभारी जाते हैं तो ग्रामीणवासियों से भी जानकारी लें। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो नोडल अधिकारी समस्या साझा करते हैं, उसका निस्तारण भी कराएं। जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशालाओं से सम्बन्धित खंड विकास अधिकारी नोडल अधिकारियों का भी सहयोग करते रहें। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में भी वृक्ष अधिक से अधिक लगाए।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, अपर जिलाधिकारी वित एवं राजस्व उमेश चंद्र निगम, उप जिलाधिकारी कर्वी पूजा साहू, राजापुर प्रमोद कुमार झा, मऊ राकेश कुमार पाठक, मानिकपुर पंकज वर्मा, डीसीएनआरएलएम ओपी मिश्रा, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सुभाष चंद्र आदि मौजूद रहे।