टीबी को जड़ से ख़त्म करने के लिए लोगों में जागरूकता होनी ज़रूरी : मुख्य चिकित्साधिकारी
रायबरेली,। हर साल 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है | इसी क्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी कार्यालय में बृहस्पतिवार को प्रेस वार्ता आयोजित हुई | प्रेस वार्ता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षय रोग(टीबी) को समाप्त करने एवं लोगों को बीमारी के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है | विश्व दिवस पर गोष्ठियों एवं रैलियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जाएगा इसके साथ ही जन जागरूकता के लिए अन्य गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी | उन्होंने बताया की जनपद में टीबी की जांच और इलाज की सुविधा है | कुल 19 टीबी यूनिट हैं | आठ ट्रूनॉट मशीनें – जिला क्षय रोग केंद्र, एम्स, ब्लॉक खीरों, ऊंचाहार, सलोन, डलमऊ और बछरावां, नसीराबाद में हैं | इसके अलावा दो सीबीनॉट टीबी अस्पताल और सीएचसी लालगंज में हैं | क्षय रोगियों को घर पर दवा उपलब्ध कराने के लिए डॉट प्रोवाइडर नियुक्त किए गए हैं |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया की साल 2022 में कुल 5863 क्षय रोगी नोटिफ़ाई किए गए जिसमे पब्लिक में 4638 और निजी क्षेत्र के 1225 रोगी थे 2022 में निक्षय पोषण योजना के तहत 1.09 करोड़ रुपये टीबी रोगियों के खाते में दिए गए | साल 2023 में अभी तक 1259 क्षय रोगी नोटिफ़ाई किए जा चुके हैं | इसके साथ ही सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान में 6.91 लाख की आबादी की स्क्रीनिंग कर 1960 संभावित टीबी रोगी खोजे गए जिनकी बलगम की जांच करवाने पर 112 में टीबी की पुष्टि हुई |
इसके अलावा हर माह की 15 तारीख को सीएचसी, पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर पर एकीकृत निक्षय दिवस का आयोजं होता है जिसमें टीबी की जांच की जाती है |
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम सिंह ने बताया की इस साल विश्व क्षय रोग दिवस 24 मार्च 2023 की थीम है – हाँ ! हम टीबी खत्म कर सकते हैं यह थीम तभी सार्थक हो सकती है जब समाज के हर वर्ग का सहयोग मिले | अधिक से अधिक लोग निक्षय मित्र के रूप में क्षय रोगियों को गोद लें और उन्हें क्षय रोग से स्वस्थ बनाने में सहयोग करें |
इस मौके पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस.अस्थाना, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की टीम, सीफॉर के प्रतिनिधि उपस्थित रहे |