समय की मांग : आत्मरक्षा के लिए बेटियां सीख रही हैं तलवार चालन और पढ रही हैं चरित्र निर्माण का पाठ

••आर्य समाज द्वारा बेटियों को कोमलांगी से आगे बढकर वीरांगना बनाना लक्ष्य: रवि शास्त्री

समय की मांग : आत्मरक्षा के लिए बेटियां सीख रही हैं तलवार चालन और पढ रही हैं चरित्र निर्माण का पाठ

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बडौत। सुखद और आत्म संतोष के क्षण हैं कि, बेटियां चरित्र निर्माण की शिक्षा के साथ ही आत्मरक्षा की खातिर तलवार चलाना भी सीखने लगी हैं।उनकी इस आज की जरूरत को पूरा करने का बीड़ा उठाया है जिला आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद  बागपत ने, जिसके तत्वाधान में चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में आर्य वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण का विशेष आवासीय शिविर चल रहा है।

शिविर के तीसरी दिन शिक्षिका सुमेधा आर्या ने बेटियों को सूर्य नमस्कार , भूमि नमस्कार , प्राणायाम एवं तलवार  का अभ्यास कराते हुए व्यक्तित्व  विकास का पाठ पढ़ाया । जिला सभा मंत्री रवि शास्त्री ने कहा, समस्याएं वाशिंग मशीन की तरह से होती हैं, जो आपको तोड़ती हैं, मरोड़ती हैं ,घूमाती हैं और अंत में आपको साफ सुथरा कर देती हैं। समस्याओं को सुलझा कर आप पहले से अधिक साफ सुथरे, मजबूत ,बुद्धिमान और गुणवान बन जाते हैं।इस अवसर पर शिक्षक प्रशांत आर्य, कोषाध्यक्ष कपिल आर्य,पिंकी, रामपाल तोमर ,अमित तोमर,किरण, आराध्या , मनोरमा , आर्यन आदि मौजूद रहे।