भीषण गर्मी और हैंडपंप खराब, कुछ कीजिये साहब! 

भीषण गर्मी और हैंडपंप खराब, कुछ कीजिये साहब! 

••नगर पंचायत अध्यक्ष ने री बोरिंग के लिए लिखा पत्र

संवाददाता मो जावेद

छपरौली। सरकार स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का लाख दावा कर ले, लेकिन शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों तक में पेयजल की स्थिति अभी भी जस की तस है। 

सरकार ने भीषण गर्मी को देखते हुए इंडिया मार्का हैंडपंपों को शीघ्र मरम्मत कराए जाने का फरमान जारी किया था, इसके बावजूद अधिकतर नल खराब हैं या दूषित जल दे रहे हैं। इस दौरान लोगों के बार-बार शिकायत किए जाने पर भी विभाग मौन है।

छपरौली नगर पंचायत क्षेत्र के इंडिया मार्का हैंडपंपों की स्थिति यह है कि, विभिन्न वार्डों में लगे आधा दर्जन से अधिक हैंडपंप या तो खराब हैं, या फिर दूषित जल दे रहे हैं।अंजान कोई व्यक्ति छपरौली में इंडिया मार्का हैंडपंप देखकर अपनी प्यास बुझाने हैंडपंप पर जाता है, तो तेज आवाज आती है, यह पानी मत पीजिए, यह दूषित पानी है, बीमार पड़ जाएंगे। इसी तरह अन्य पर भी यही सवाल खड़ा होता है। ऐसे में राहगीरों के समक्ष प्यास के चलते , आगे कुआं, पीछे खाई की स्थिति आ जाती है। लोग मजबूरी में बोतल का पानी खरीद कर पीते हैं। नगर के इलाहबाद बैंक निकट, देवगौड़ा रोड, विद्या मंदिर, पाठशाला रोड, टांडा रोड के अधिकांश इंडिया मार्का हैंडपंपों की स्थिति यही है। यही हालत थाना चौराहे का भी है। यहां भी अधिकतर नल खराब पड़े हैं, जो दूषित जल दे रहे हैंं। कई बार अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

 वहीं बता दें कि,प्राथमिक विद्यालय के बाहर का हैंडपंप तो पिछले एक साल से खराब है । इस नल को ठीक कराने के लिए कई बार प्रार्थना पत्र भी दिया गया, लेकिन विभाग मौन है। छपरौली निवासी श्रीपाल ने बताया कि, यह नल दो सालों से खराब है। भीषण गर्मी में यहां राहगीर व गांव के कई परिवार के लोग पानी पीते थे। अब नल न होने से दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। 

कस्बा निवासी लोगों ने बताया कि कई नल बंद पड़े हैं और लोग दूषित जल पीने को मजबूर हैं।अधिकांश बीमारी भी दूषित जल पीने से होती हैं। वहीं प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में नल का खराब होना विभाग की उदासीनता को दिखाता है, जल्द कार्रवाई नहीं की गई ,तो लोग आंदोलन के लिए भी विवश होंगे। 

इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मेन्द्र खोखर ने बताया कि, नगर क्षेत्र में हैंडपंपों की रिबोरिंग की जानी है, विभाग को लिखा गया है, टीम के आने का इंतजार है, उनके आने पर जल्दी ही स्वच्छ जल मिलने लगेगा।