जिला जेल में सजायाफ्ता बंदी की क्षय रोग से मौत
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा ।बागपत जिला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी की सोमवार दोपहर मौत हो गई। वह टीबी रोग से ग्रसित था। उसके परिजनों को उसकी मौत की सूचना दे दी गई।
बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के ढिकाना गांव में वर्ष 2016 में ग्रामीण की हत्या हुई थी। गांव के ही सुभाष का नाम उसमें सामने आया था। बड़ौत पुलिस ने 24 मार्च 2016 को सुभाष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसे मेरठ जेल भेजा गया था। बागपत जिला जेल शुरू होने पर उसे 19 जून 2016 को यहां जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।
जेलर जितेन्द्र कश्यप ने बताया कि , वह तभी से टीबी यानि क्षय रोग से ग्रसित था। बागपत के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मुकदमे की सुनवाई के बाद उसे दोषी करार दिया था तथा 21 दिसंबर 2022 को उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी व 15000 का अर्थ दंड भी लगाया था। अर्थदंड अदा न करने पर 9 माह अतिरिक्त सजा काटने का आदेश दिया था। इस दौरान जेल प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल बागपत और मेडिकल कॉलेज मेरठ में उसका उपचार कराया जाता रहा। सोमवार को अचानक जेल में उसकी तबीयत बिगड़ गई ,तुरंत उसे जिला अस्पताल भिजवाया गया ,जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।